छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस की वजह से चल रहे लॉकडाउन में घरों में रुककर जहां लोग इस भयानक संक्रमण से बचे हुए हैं. वहीं बाजार बंद होने से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं. कई किसानों के खेतों में लगी हरी सब्जी, टमाटर और गोभी सहित अन्य मौसमी फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं. खासकर जिले में गोभी की फसल पूरी तरह सूख चुकी हैं. किसानों को लाखों का नुकसान हो गया है. ईटीवी भारत की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची तो किसानों ने अपना दर्द बयां किया.
खेतों में ही सड़ गई पत्ता गोभी
ईटीवी भारत की टीम जब कुंडाली गांव के किसानों के खेतों पर पहुंची तो पाया कि सैकड़ों एकड़ में लगाई गई पत्ता गोभी की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. लॉक डाउन के चलते बाजार में भाव नहीं मिले.लिहाजा किसानों ने इसे खेतों से तोड़ना सही नहीं समझा और हालात ये हो गए कि अब पूरी फसल सड़ चुकी है.
किसानों को हुआ लाखों का नुकसान
किसान वीरेंद्र राउत ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वैसे ही खेती में हमेशा नुकसान होता है, लेकिन सब्जी की फसल उनके लिए थोड़ी बहुत उम्मीदें लेकर आती है. इस बार लॉकडाउन के चलते उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. क्योंकि इस बार सब्जी खेत से निकल ही नहीं सकी.
हरी सब्जी के भंडारण की समस्या
जिले में हरी सब्जियों को ज्यादा दिनों तक सुरक्षित रखने के लिए कोई तरीका नहीं है. खेत में सब्जियां तैयार हो गईं, तो उन्हें तोड़ना ही विकल्प होता है. अगर ना तोड़ा जाए तो ये सूख जाती हैं.
ये कहानी सिर्फ एक किसान की नहीं है, बल्कि जिले भर में सब्जी की फसल उगाने वाले सभी किसानों के हालात ऐसी ही है. वीरेंद्र राउत बताते हैं कि आस-पास करीब सैकड़ों एकड़ में पत्ता गोभी की खेती होती है. सभी खेतों में फसल परी तरह चौपट हो गई है. उन्हें करीब 2 एकड़ में तीन लाख का नुकसान हुआ है, तो क्षेत्र में इस नुकसान का अंदाजा लगाया जा सकता है.