छिंदवाड़ा। पांढुर्णा में नवनिर्मित 100 बिस्तर वाले सिविल अस्पताल को लेकर छिंदवाड़ा कलेक्टर और पांढुर्णा कांग्रेस नेता आमने-सामने आ गए हैं. कलेक्टर सौरव सुमन ने 11 मई को पांढुर्णा दौरे के बाद अस्पताल को 'कोविड अस्पताल' के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया था. जिसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने इसका कड़ा विरोध जताया है.
कलेक्टर सौरव सुमन ने पांढुर्णा के अस्पताल को कोविड अस्पताल के लिए आरक्षित करने का निर्णय इसलिए लिया था कि अस्पताल में कोरोना के मरीजों को रखा जा सके, लेकिन कलेक्टर के इस निर्णय का पांढुर्णा के कांग्रेस नेताओं ने कड़ा विरोध जताया है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यदि इस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया तो पांढुर्णा के मरीजों को परेशानियों से झुझना पड़ेगा. कांग्रेस नेताओं ने विरोध जताते हुए कोविड अस्पताल के निर्णय निरस्त करने की मांग की है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सदियों बाद पांढुर्णा की जनता को 100 बिस्तर वाले अस्पताल की सौगात मिली है, यदि इस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया तो पांढुर्णा क्षेत्र के मरीजों को फिर से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
अस्पताल के लोकार्पण की मांग
वहीं पांढुर्णा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर टोमपे, नगर कांग्रेस अध्यक्ष योगेश खोड़े समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को तहसीलदार मनोज चौरसिया को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही पांढुर्णा सिविल अस्पताल का तत्काल लोकार्पण करने और उसका उपयोग केवल पांढुर्णा के ही मरीजों के लिए करने की मांग छिंदवाड़ा कलेक्टर से की है.