छिंदवाड़ा। डिजिटल मीडिया के इस युग में चुनाव प्रचार के तरीकों में भी काफी बदलाव आया है. अगर सियासी दलों का प्रत्याशी सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं है, तो आज के चुनावी दौर में उसे कमजोर प्रत्याशी माना जाता है. क्योंकि इस फ्लेटफार्म के जरिए नेता अपनी बात जनता तक आसानी से पहुंचाते हैं.
इस बार के लोकसभा चुनाव में भी सोशल मीडिया का बड़ा रोल है. लेकिन मध्यप्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ सोशल मीडिया पर तो एक्टिव है. लेकिन व्हाटसएप पर बीजेपी के आदिवासी प्रत्याशी नत्थन शाह से पीछे नजर आ रहे हैं. विदेश से पढ़ाई करने वाले सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का नंबर तक सार्वजनिक नहीं है, जिससे वे व्हाट्सएप ग्रुपों से नदारत नजर आते हैं.
चुनाव आयोग में दिए शपथ पत्र के हिसाब से कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ 5 सोशल मीडिया अकाउंट चलाते हैं, जिनमें फेसबुक गूगल प्लस, टि्वटर इंस्टाग्राम, और ब्लॉगर है, सोशल मीडिया में नकुल नाथ के नाम का एक पेज भी है जिसने 26927 फॉलोअर हैं. साथ ही फेसबुक में विथ नकुल नाथ के नाम से एक ग्रुप है. जिसमें करीब 14 हजार मेंबर हैं तो वहीं नकुल नाथ ऑफिस ऑफ नकुलनाथ के नाम से ट्विटर हैंडल चलाते हैं जिसमें 2384 फॉलोअर हैं. जबकि इंस्टाग्राम में नकुल नाथ के फॉलोअर्स की संख्या 2788 है.
वहीं बात अगर बीजेपी प्रत्याशी नत्थन शाह की जाए तो वे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम जैसे 3 सोशल मीडिया अकाउंट चलाते हैं. फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में 4976 मित्र तो वहीं ट्विटर में 21 फॉलोअर्स और इंस्टाग्राम में 92 चाहने वाले हैं. लेकिन, व्हाट्सएप ग्रुपों में सक्रिय रहने से उनकी कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ नजर आती है. जहां देखना दिलचस्प होगा कि डिजिटल मीडिया के जमाने में चुनाव लड़ रहे इन प्रत्याशियों को इस प्लेटफार्म का कितना सहारा मिलता है.