छिंदवाड़ा। मेहनत मजदूरी कर दो वक्त की रोटी जुटाने वाले किसान परेशान हैं. परिवार का भरण पोषण करने के लिए खेत में जाकर मेहनत मजदूरी करने वाले किसानों ने सब्जियां तो उगा लीं, लेकिन बेमौसम बारिश का कहर किसानों पर आफत बनकर टूटा. किसानों की फसल खेत में ही बर्बाद हो गई है.
मुनाफा तो छोड़िए, लागत भी नहीं निकली: सब्जी की खेती करने वाला किसान भगवत कराडे ने बताया कि "2 एकड़ में उसने पत्ता गोभी की सब्जी खेत में लगाई थी. 2 एकड़ में फूलगोभी की सब्जियां, लेकिन बेमौसम बारिश के कारण सब्जियां खराब हो रही हैं. लगभग 4 एकड़ खेत में 80 हजार रुपये लगे हैं, लेकिन किस्मत ऐसी रूठी की ना तो सब्जियों के दाम मिल पा रहे हैं और बची खुची कसर बेमौसम बारिश ने पूरी कर दी. किसान अब परेशान है कि वह क्या करे, उसे समझ नहीं आ रहा."
मौसम से मिलती-जुलती ये खबरें जरूर पढ़ें... |
पशुओं को खेतों में छोड़ दिया: किसान ने खराब हो रही फसलों को देख पशुओं को खेतों में छोड़ दिया है, जिससे वह सब्जियों को अब खा रहे हैं. थोड़ी बहुत बची फसल जो अच्छी है उन्हें तुड़वाने के लिए भी पैसे नहीं हैं और वैसे ही इन सब्जियों का मूल्य बाजार में नहीं मिल पा रहा है.
उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा किसान मामा की ओर: किसान अब उम्मीद भरी निगाहों से मुख्यमंत्री की ओर मदद की आस लगाए हुए है. किसी प्रकार से उसके नुकसान की थोड़ी बहुत भरपाई हो पाए. किसान ने यह भी मांग की है कि सब्जियों का भी कोई समर्थन मूल्य तय होना चाहिए, जिससे एक कीमत पर सब्जियां बिक सकें और किसान को नुकसान से बचाया जा सके.