छिन्दवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जाति विशेष के खिलाफ टिप्पणी करने की शिकायत के मामले में भाजपा पर उल्टा दांव पड़ता नजर आ रहा है. दरअसल समाजिक संगठनों ने शिकायत को झूठी बताते हुए समाज को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 27 मई को पत्रकार के सवाल के जवाब में कुछ शब्द कहे थे, जिस पर जिला बीजेपी और भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने आपत्ति जताते हुए समाज के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी. वहीं अब सामाजिक संगठनों का कहना है कि कमलनाथ के खिलाफ झूठी शिकायत हुई है.
गुरु संत शिरोमणि रविदास समिति के लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए बताया है कि वीडियो को ठीक से सुना ही नहीं गया है. जो वीडियो वायरल किया जा रहा है और जिस पर भाजपा ने शिकायत की है, वह सब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बोला ही नहीं है.
दरअसल उन्होंने अपनी भाषा में चोरी चकारी का उपयोग किया है, जबकि भाजपा और कुछ असामाजिक लोग उसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं जिससे समाज गुमराह हो रहा है. उनका कहना है कि 40 सालों से कमलनाथ छिंदवाड़ा में राजनीति कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने कभी भी ऐसी भाषा का उपयोग नहीं किया है. जिससे किसी समाज या लोगों को ठेस पहुंचे, भाजपा बेवजह समाज को बांटने का प्रयास कर रही है. इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.