छिन्दवाड़ा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में घटिया सामग्री और चांदी की जगह गिलट के जेवरात दुल्हनों को दिए जाने की शिकायत के बाद प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने सामग्री बांटने पर रोक लगा दी थी, लेकिन प्रभारी मंत्री कमल पटेल के जाने के बाद ही नगर निगम ने जेवरात दुल्हनों को थमा दिए. इस मामले में जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने बताया कि उनकी पार्टी के नेता और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने उनसे शिकायत की थी कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में दुल्हनों को उपहार में दिए जाने वाली सामग्री घटिया स्तर की है और चांदी के जेवरात भी गिलट की हैं. इसके बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि कन्याओं का विवाह और कन्यादान एक पवित्र काम है. सरकार इतना पवित्र काम कर रही है और अगर घटिया सामान दिया जाएगा, तो इससे सरकार की बदनामी होगी. इसलिए सामान बांटने पर रोक लगाया गया है.
महापौर बोले- कांग्रेस के जनप्रतिनिधि और महापौर को नहीं मिली तवज्जोः उधर, इस मामले में नगर निगम के महापौर विक्रम आहाके बताया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और नगर निगम के सारे अधिकारी भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं. नगर निगम के आमंत्रण पत्र में महापौर तक का नाम शामिल नहीं किया गया. इससे जाहिर है कि अधिकारियों ने भाजपा की मिलीभगत से सामग्री की खरीदी की है. नगर निगम के कांग्रेस के जनप्रतिनिधि और महापौर को अधिकारियों के द्वारा तवज्जो नहीं दी गई.
प्रभारी मंत्री के निर्देश के बाद नगर निगम ने बांटे जेवरः प्रभारी मंत्री ने मंच से अधिकारियों को निर्देशित किया था कि घटिया सामग्री और जेवर दुल्हनों को उपहार के रूप में न दें, पहले इसकी जांच की जाए और उसके बाद जिस भी अधिकारी की गलती हो उस पर कार्रवाई करते हुए ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड कर उस पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए, लेकिन जैसे ही प्रभारी मंत्री कमल पटेल विवाह स्थल से रवाना हुए उसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने जेवर दुल्हनों को वितरित कर दिए.
निराश होकर लौटे दूल्हा-दुल्हनः सामूहिक कन्या विवाह योजना के दौरान उपहार मिलने की सूचना पर अधिकतर जोड़ों के द्वारा घरों से वाहन किराए पर लाए गए थे. ताकि उस पर वे उपहार की सामग्री ले जा सके लेकिन सामग्री नहीं मिलने से अधिकतर दूल्हा-दुल्हन निराश होकर लौटे.