छिंदवाड़ा। ब्लड शुगर की बीमारी से जूझ रही 5वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने स्कूल परिसर के भीतर ही एंबुलेंस में बैठकर परीक्षा का पर्चा हल किया, पढ़ाई के प्रति ललक देखकर छात्रा की हर कोई तारीफ कर रहा है. दरअसल लोनियामारू गांव के माध्यमिक शाला में शनिवार को कक्षा 5वीं की परीक्षा देने छात्रा अलीशा अली एम्बुलेंस में पहुंची. दरअसल बीते दिनों छात्रा को ब्लड शुगर की बीमारी के चलते जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था, छात्रा परीक्षा तो देना चाहती थी लेकिन यहां से परीक्षा देने जाने में असमर्थ थी. ऐसे में प्राथमिक शाला बिलवा के प्रधानाध्यापक अर्जुन सिंह डेहरिया ने परीक्षा की गंभीरता और महत्व को लेकर जागरूकता का परिचय दिया. बच्ची के पालकों एवं प्रधानाध्यापक के प्रयास से छात्रा को एम्बुलेंस के माध्यम से परीक्षा केन्द्र तक पहुंचाया गया, यहां पर छात्रा ने एम्बुलेंस में बैठकर ही अपना पेपर हल किया. इस दौरान परीक्षा केन्द्र अध्यक्ष उमाकांत बर्मन, उपकेन्द्राध्यक्ष रामचरण सरयाम ने भी छात्रा की स्थिति को देखते हुए एम्बुलेंस में परीक्षा देने की अनुमति प्रदान की.
परीक्षा के लिए डॉक्टरों से की जिद्दः अलीशा अली के परिजनों ने बताया कि वह जिला अस्पताल में भर्ती थी और उसकी परीक्षा थी, लेकिन बीमारी के चलते परिजनों ने कहा कि परीक्षा देना जरूरी नहीं है. इस पर अलीशा ने डॉक्टरों से कहा कि वह अपना साल बर्बाद नहीं करना चाहती है, इसलिए उसकी मदद की जाए. अलीशा की पढ़ाई के प्रति लगाव देखते हुए डॉक्टरों ने भी उसका सहयोग किया और उसे एंबुलेंस के जरिए स्कूल पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों की देखरेख में एंबुलेंस में ही उसने परीक्षा दी.
पेपर 1 घंटे में गणित का पर्चा किया हलः शनिवार को पांचवी कक्षा का गणित का पेपर था और छिंदवाड़ा की बेटी परीक्षा छोड़ना नहीं चाहती थी. शिक्षकों ने बताया कि "स्कूल परिसर के बाहर ही एंबुलेंस में बैठा कर उसका पर्चा हल कराया गया. मात्र 1 घंटे में बच्ची ने गणित का पर्चा हल कर दिया. परीक्षाओं का नियम का पालन करते एक शिक्षक को एंबुलेंस के पास निगरानी के लिए भी तैनात किया गया था."