छिंदवाड़ा। जिले में हो रही गौ तस्करी के विरोध में गौ सेवकों ने अनोखा प्रदर्शन किया है. गौ सेवकों ने नेशनल हाईवे पर लेटकर विरोध प्रदर्शन किया. एसडीएम कार्यालय के सामने करीब 2 घंटे तक गौ सेवक सड़क पर लेटे रहे. इसकी वजह से छिंदवाड़ा से नागपुर जाने वाले नेशनल हाईवे में जाम की स्थिति पैदा हो गई. इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और गौ सेवकों को समझाने का प्रयास किया.
अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोपः गौ सेवकों ने ज्ञापन देते हुए गौ तस्करी में अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इलाके से बड़ी मात्रा में गौ तस्करी हो रही है. इसमें शामिल सभी ठेकेदार, बैल बाजार व तस्करी में लिप्त प्रशासनिक अधिकारी, राजनीतिक व्यक्ति सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. सभी आरोपियों की सम्पत्ति को राजसात किया जाए. 2023 में पकड़े गए सभी गौ तस्करों, ठेकेदारों के घरों को बुलडोजर से गिराया जाए.
पशु बाजारों को डिजिटल किया जाए: ज्ञापन में गौ सेवकों ने मांग की है कि पूरे मध्यप्रदेश के पशु बाजारों को डिजिटल किया जाए. कारोबार की रसीदें ऑनलाइन दी जाए. आधार कार्ड चेक कर गौवंश की खरीदी बिक्री हो. खरीदने और बेचने वालों के आधार कार्ड की कॉपी रिकार्ड के रूप में जमा हो. ऑनलाइन रसीद देने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक तय किया जाए. इस समय के अलावा किसी भी समय पर पशु बाजार की रसीद प्राप्त न हो.
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करीब 2 घंटे तक चक्का जामः गौवंश तस्करी पर लगाम लगाने के लिए गौ सेवकों ने एसडीएम को ज्ञापन देना चाहा, लेकिन कोई अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा. जिस पर गुस्साए गौ सेवकों ने करीब 2 घंटे तक नेशनल हाईवे पर लेट कर चक्का जाम किया, जिससे हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा हो गई. आखिर में पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हो सका.