छिंदवाड़ा। कठोर परिश्रम और सच्ची लगन से जीवन में किसी भी मनचाहे मुकाम को हासिल किया जा सकता है. छिंदवाड़ा के रहने वाले किसान के बेटे ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप फतह किया है(Chhindwara mountaineer neeraj dehariya). युवा पर्वतारोही नीरज डेहरिया ने नेपाल स्थित कालापत्थर पीक और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप फतह कर 100 दिनों में 4 बड़े अभियान सफलतापूर्वक पूरे किए. कालापत्थर पीक की ऊंचाई 5 हजार 550 मीटर है.
कालापत्थर पीक पर लहराया तिरंगा: डेहरिया ने 15 नवंबर को सुबह 9:25 बजे माउंट एवरेस्ट बेस कैंप जिसकी ऊंचाई 5 हजार 364 मीटर है, उसपर देश का तिरंगा लहराया. मध्यप्रदेश शासन और जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद छिंदवाड़ा के बैनर तले अपने इस अभियान को सफल बनाया. प्राप्त जानकारी के अनुसार इससे पूर्व नीरज डेहरिया ने 15 अगस्त को 1050 किलोमीटर साइकल एक्पीडिशन पूर्ण किया था.
माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर लहराया तिरंगा: प्रधानमंत्री के आव्हान पर चल रहे हर घर तिरंगा अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिये डेहरिया ने छिंदवाड़ा से लाल किला दिल्ली तक की यात्रा की. उन्होंने 2 अक्टूबर गांधी जयंती की सुबह 10:50 बजे कश्मीर के लद्दाख रीजन स्थित माउंट मचोइ पीक फतह की, इसकी ऊंचाई 5 हजार 693 मीटर है(Chhindwara neeraj hoist tricolor kalapathar peak). इसके साथ ही नीरज डेहरिया 100 दिनों में 4 बड़े एक्पीडिशन पूर्ण करने वाले पर्वातारोही बन गये हैं.
एवरेस्टर भावना की एक और उपलब्धि, अब बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
माउंट एवरेस्ट पर लहराना है तिरंगा: उल्लेखनीय है कि नीरज डेहरिया जिले की चौरई तहसील के छोटे से गांव माचीवाड़ा के निवासी हैं. नीरज के पिता शिवप्रसाद डेहरिया पेशे से एक छोटे किसान और माता गीता डेहरिया गृहणी हैं. अब नीरज की नजर दुनिया की सबसे ऊंचीं चोटी माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर पर तिरंगा लहराकर पूरी दुनिया में जिले व प्रदेश का नाम रोशन करने पर है. अपनी इस सफलता पर नीरज ने जिला प्रशासन के विशेष सहयोग के लिए उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है.