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सीएम कमलनाथ को किसानों याद दिलाया वादा, मक्के का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग

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Published : Sep 26, 2019, 6:59 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 7:26 PM IST

प्रदेश सरकार ने साल 2019 में मक्का का समर्थन मूल्य (भावांतर पूर्व के) पर पंजीयन के आदेश जारी नहीं किए है, जिससे किसानों में निराशा है, किसानों ने सीएम कमलनाथ से मक्का का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग की है.

मांग करते किसान

छिंदवाड़ा। खरीफ फसल के अंतर्गत क्षेत्र में पठार, ढलान, पथरीली जमीनों और बर्रा में अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अल्प भूमि धारी किसान मक्के की खेती करते हैं. साल 2018 में हजारों किसान ने पंजीयन कराया और भावांतर राशि प्राप्त की, लेकिन ये राशि 500 रुपये घोषित होने के बाद मात्र ढाई सौ रुपए मिली है. किसानों ने मक्का का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग की है.

किसानों सीएम को याद दिलाया वादा


अमरवाड़ा विकासखंड के किसानों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने साल 2019 में मक्का का समर्थन मूल्य (भावांतर पूर्व के) पर पंजीयन के आदेश जारी नहीं किए जाने से किसानों में भारी निराशा है, क्योंकि सरकार ने मक्का की फसल के बारे में कोई नीति का ऐलान अभी तक नहीं किया है.


किसान जगदीश सोनी ने बताया कि किसानों में नीति नहीं आने से घबराहट का माहौल है, किसानों की समस्या ये है कि मक्के की फसल का वाजिब दाम नहीं मिलने से काफी नुकसान उठान पड़ेगा. किसानों को कृषि विभाग से जून-जुलाई में बीज बांटा जा रहा था, तब बताया गया था कि सरकार ने भावांतर योजना में सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, मूंग, उड़द और तूअर को भावांतर योजना में शामिल किया गया है.


भावांतर की सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बजट में इसी से मिलती-जुलती योजना का ऐलान भी किया है, इसे पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया गया. मध्य प्रदेश सरकार ने मंदसौर में हुए बड़े आंदोलन के बाद कमलनाथ सरकार ने भी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए भावंतर योजना शुरू की है, जो कि ई-उपार्जन पोर्टल पर मौजूद है.


रबी के सीजन में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की गई थी, भावांतर योजना का भुगतान अभी तक नहीं मिला, कृषक बालकृष्ण साहू का कहना है कि अगर भावांतर योजना से जुड़ा भुगतान 3 माह से अधिक लंबित रहता है, तो भुगतान के साथ इनाम की भी पात्रता है, इस इनाम की राशि संबंधित एजेंसी से कर्मचारी के वेतन से काटा जा सकता है और संबंधितों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है.

छिंदवाड़ा। खरीफ फसल के अंतर्गत क्षेत्र में पठार, ढलान, पथरीली जमीनों और बर्रा में अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अल्प भूमि धारी किसान मक्के की खेती करते हैं. साल 2018 में हजारों किसान ने पंजीयन कराया और भावांतर राशि प्राप्त की, लेकिन ये राशि 500 रुपये घोषित होने के बाद मात्र ढाई सौ रुपए मिली है. किसानों ने मक्का का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग की है.

किसानों सीएम को याद दिलाया वादा


अमरवाड़ा विकासखंड के किसानों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने साल 2019 में मक्का का समर्थन मूल्य (भावांतर पूर्व के) पर पंजीयन के आदेश जारी नहीं किए जाने से किसानों में भारी निराशा है, क्योंकि सरकार ने मक्का की फसल के बारे में कोई नीति का ऐलान अभी तक नहीं किया है.


किसान जगदीश सोनी ने बताया कि किसानों में नीति नहीं आने से घबराहट का माहौल है, किसानों की समस्या ये है कि मक्के की फसल का वाजिब दाम नहीं मिलने से काफी नुकसान उठान पड़ेगा. किसानों को कृषि विभाग से जून-जुलाई में बीज बांटा जा रहा था, तब बताया गया था कि सरकार ने भावांतर योजना में सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, मूंग, उड़द और तूअर को भावांतर योजना में शामिल किया गया है.


भावांतर की सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बजट में इसी से मिलती-जुलती योजना का ऐलान भी किया है, इसे पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया गया. मध्य प्रदेश सरकार ने मंदसौर में हुए बड़े आंदोलन के बाद कमलनाथ सरकार ने भी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए भावंतर योजना शुरू की है, जो कि ई-उपार्जन पोर्टल पर मौजूद है.


रबी के सीजन में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की गई थी, भावांतर योजना का भुगतान अभी तक नहीं मिला, कृषक बालकृष्ण साहू का कहना है कि अगर भावांतर योजना से जुड़ा भुगतान 3 माह से अधिक लंबित रहता है, तो भुगतान के साथ इनाम की भी पात्रता है, इस इनाम की राशि संबंधित एजेंसी से कर्मचारी के वेतन से काटा जा सकता है और संबंधितों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है.

Intro:Body:मक्का का समर्थन मूल्य कब घोषित होगा*
*कृषि विभाग क्यों मक्का को मोटा अनाज नहीं मानती*
*मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से अमरवाड़ा विकासखंड क्षेत्र के कृषकों की गुहार*
*अमरवाड़ा* -खरीफ फसल के अंतर्गत क्षेत्र में पठार ढलान पथरीली जमीनों बर्रा में अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अल्प भूमि धारी किसानों के द्वारा ही मक्का की फसल की बोनी की जाती है। जागीर क्षेत्र में इस बार उम्दा मक्का की फसल होगी इसका सर्वाधिक उत्पादन जिले में ही होगा क्षेत्र की सबसे ज्यादा पैदावार मक्का है। वर्ष 2018 में हजारों हजार किसान ने पंजीयन कराया है और भावंतर राशि प्राप्त की यह बात अलग है कि वह 500 घोषित होने के बाद मात्र ढाई सौ रुपए प्राप्त हुए।
मध्य प्रदेश की सरकार द्वारा मक्का की 2019 में समर्थन मूल्य (भावंतर पूर्व के) पर पंजीयन के आदेश जारी नहीं किए जाने से किसानों में भारी निराशा है क्योंकि सरकार ने मक्का फसल के बारे में कोई नीति का ऐलान अभी तक नहीं किया है।
कृषक जगदीश सोनी ने बताया कि कृषको मैं नीति नहीं आने से घबराहट का माहौल चिंताजनक है। किसानों की समस्या यह है कि मक्का फसल का वाजिब दाम नहीं मिलने से काफी नुकसानी उठानी पड़ेगी।
कृषकों को जो क़षि विभाग से जून-जुलाई में जब बीज वितरण किया जा रहा था तब बताया गया था कि सरकार ने भावंतर योजना में सोयाबीन मूंगफली मक्का मूंग उड़द तूअर को भावंतर योजना में शामिल किया गया।
*केंद्र सरकार करें पहल*
भावंतर की सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बजट में इसी से मिलती-जुलती योजना का ऐलान भी किया है इसे पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया गया।
मध्य प्रदेश सरकार ने मंदसौर में हुए बड़े आंदोलन के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार ने भी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए भावंतर योजना शुरू की है जो कि ई उपार्जन पोर्टल पर प्रदर्शित है ।
*अविवादित होने के बावजूद भी गेहूं का नहीं मिला बोनस*
रवि के सीजन में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की गई थी। भावांतर योजना का भुगतान अभी तक नहीं मिला कृषक बालकृष्ण साहू का मानना है कि अगर भावंतर योजना से जुड़े भुगतान 3 माह से अधिक लंबित रहता है तो भुगतान के साथ इनाम की भी पात्रता है और इस इनाम की राशि संबंधित एजेंसी से कर्मचारी के वेतन से काटा जा सकता है और संबंधिततो के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
मध्य प्रदेश सरकार में छिंदवाड़ा जिला के मुख्यमंत्री हैं सांसद हैं एवं सभी सातों विधायक सत्ताधारी दल के हैं और अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के किसानों को क्षेत्रीय नागरिकों ग्रामीणों मतदाताओं मैं विश्वास किया और सांसद विधायक बनाने में अपनी महती भूमिका अदा की है क्षेत्र के दूरस्थ जागीर क्षेत्र के कृषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री भावांतर योजना में जल्द ही मक्का की भावांतर समर्थन मूल्य घोषित कर क्षेत्र के जनहित में अपनी घोषणा कर राहत प्रदान करेंगे।
विगत दिनों
किसानों को मुआवजा गेहूं का बोनस मक्का को भावंतर में शामिल करने अमरवाड़ा भाजपा ने सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन किया तहसील का घेराव
अमरवाड़ा-अत्यधिक वर्षा से हुई फसलों को बर्बादी का किसानों को उचित मुआवजा 3 माह पूर्व शासन द्वारा खरीदी गई गेहूं की बोनस राशि एवं मक्का फसल की भावंतर में शामिल करें और किसानों का पंजीयन तत्काल करने आज विधानसभा प्रभारी उत्तम ठाकुर के नेतृत्व में अमरवाड़ा अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी एमआर धुर्वे को अनुविभागीय पुलिस अधिकारी संतोष डेहरिया की उपस्थिति में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते समय नपाध्यक्ष नवीन जैन मंडल अध्यक्ष बसंत चौबे पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जैन किसान मोर्चा जिला सचिव मुकेश यादव संतोष भूप सिंह पटेल भूरे सिंह भगवत पटेल तीरथ सूर्यवंशी महेश जैन धनपाल उईके नीलेश जैन जावेद खान नगर मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र पटेल रज्जू ग्रीन कृपाराम वर्मा दीनदयाल कृपाराम सूर्यवंशी विनोद साहू इंडिया रज्जू चौरसिया विनोद साहू स्वास्तिक प्रदीप पप्पू साहू एवं सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर किसान मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ तहसील कार्यालय का घेराव कर एसडीएम को किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने आग्रह कर राज्यपाल तक कृषकों की समस्याओं का ज्ञापन प्रेषित करने का निवेदन किया।


बाईट
बाल किशन साहू किसान
प्रकाश साहू किसान
रूप कुमार पटवा
जगभानसा धुर्वेConclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 7:26 PM IST
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