ETV Bharat / state

Chhindwara: 15 साल बाद भी नहीं शुरू हुआ अडानी ग्रुप के पावर प्लांट का काम, किसानों ने किया हल्ला बोल

छिंदवाड़ा जिले में प्रस्तावित पावर प्लांट पर 15 साल बाद भी काम शुरू न होने पर किसानों ने अब हंगामा शुरू कर दिया है (Chhindwara Adani power plant farmer problem). अब किसान सरकार से अपनी जमीन को वापस मांग रहे हैं. बता दें कि, किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर अडानी ग्रुप को दिया था.

Chhindwara power plant not start farmer protest
छिंदवाड़ा पावर प्लांट नहीं बनने पर किसान प्रदर्शन
author img

By

Published : Jan 5, 2023, 9:55 AM IST

छिंदवाड़ा। जिले के चौंसरा और आसपास के गांव में करीब 15 साल पहले अडानी ग्रुप ने पावर प्लांट बनाने के लिए 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं होने की वजह से किसानों ने अब जमीन वापस लेने के लिए हल्ला बोल दिया है(Chhindwara power plant work not started). इससे पहले 2022 के मई में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और अडानी ग्रुप को नोटिस जारी कर इस पर जवाब भी मांगा था.

कई साल पहले अधिग्रहित की गई थी जमीन: मध्य प्रदेश सरकार ने थर्मल पावर प्लांट बनाने के लिए करीब 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. सरकार ने अडानी कंपनी के साथ इसके लिए एग्रीमेंट किया, लेकिन इसके बाद आज तक पावर प्लांट के नाम पर सिर्फ दफ्तर बना और कोई निर्माण नहीं किया गया. अडानी ग्रुप ने अपने ऑफिस के साथ ही पेंच थर्मल एनर्जी कंपनी की स्थापना की थी, लेकिन थर्मल प्रोजेक्ट के लिए काम आगे नहीं बढ़ा. इसको लेकर बीच में कई बार आंदोलन भी हुआ था.

नौकरी देने का किया था वादा: किसानों का आरोप है कि उनसे जमीन लेते समय परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का लिखित में वादा किया गया था, लेकिन नौकरी तो दूर की बात काम भी शुरू नहीं हुआ. किसानों का कहना है कि अब वे अपनी जमीन वापस चाहते हैं. उन्हें उम्मीद थी कि थर्मल पावर बनेगा तो इलाके का विकास होगा, लेकिन किसानों की जमीन अधिग्रहण कर ली गई और काम भी शुरू नहीं हुआ. अब किसान अपनी जमीन वापस मांग रहे हैं.

अधिग्रहण के समय भी हुआ था विरोध: सालों पहले जब अडानी ग्रुप को जमीन दी जा रही थी, तो प्रदेश में बीजेपी सरकार थी और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. उस दौरान भी किसानों ने जमीन देने का विरोध किया था. कई सामाजिक संगठन और किसान नेता भी उनके समर्थन में थे, लेकिन सरकार ने जमीन अधिग्रहण कर अडानी ग्रुप को दी थी.

अडानी ग्रुप की जमीन पर किसानों ने लगाई फसल, प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, 33 साल में न प्लांट बना, न नौकरी मिली

किसानों की फसल पर चला था बुलडोजर: जून 2021 में किसानों ने विरोध जताते हुए अधिग्रहण की गई जमीन पर फसल लगा दी थी. किसानों का कहना था कि अगर थर्मल पावर प्लांट का काम शुरू नहीं हो रहा है, तो कम से कम वे अपनी जमीन पर खेती कर फसल उगाएं ताकि उनके परिवार का भरण-पोषण हो. जैसे ही किसानों ने जमीन पर फसल लगाई अदानी ग्रुप ने प्रशासन की सहायता से बुलडोजर चला दिया था.

अडानी ग्रुप-किसानों के बीच होगी बातचीत: अपनी जमीन को वापस लेने के लिए खेतों पर हल और बैल लेकर हल्ला बोल करने पहुंचे किसानों को समझाइश देने पुलिस बल पहुंचा(Chhindwara power plant not start farmer protest). एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा, अडानी ग्रुप के प्रतिनिधि और किसानों के बीच बैठकर मामले को सुलझा देंगे. सभी किसानों को अधिग्रहण के बाद मुआवजा मिल चुका है. हालांकि ग्रुप में अपनी जमीन में फेंसिंग कर बाउंड्री वॉल कर ली है, लेकिन थर्मल पावर के लिए अभी तक कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि, जल्द ही कंपनी के आदेशों के अनुसार काम किया जाएगा.

छिंदवाड़ा। जिले के चौंसरा और आसपास के गांव में करीब 15 साल पहले अडानी ग्रुप ने पावर प्लांट बनाने के लिए 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं होने की वजह से किसानों ने अब जमीन वापस लेने के लिए हल्ला बोल दिया है(Chhindwara power plant work not started). इससे पहले 2022 के मई में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और अडानी ग्रुप को नोटिस जारी कर इस पर जवाब भी मांगा था.

कई साल पहले अधिग्रहित की गई थी जमीन: मध्य प्रदेश सरकार ने थर्मल पावर प्लांट बनाने के लिए करीब 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. सरकार ने अडानी कंपनी के साथ इसके लिए एग्रीमेंट किया, लेकिन इसके बाद आज तक पावर प्लांट के नाम पर सिर्फ दफ्तर बना और कोई निर्माण नहीं किया गया. अडानी ग्रुप ने अपने ऑफिस के साथ ही पेंच थर्मल एनर्जी कंपनी की स्थापना की थी, लेकिन थर्मल प्रोजेक्ट के लिए काम आगे नहीं बढ़ा. इसको लेकर बीच में कई बार आंदोलन भी हुआ था.

नौकरी देने का किया था वादा: किसानों का आरोप है कि उनसे जमीन लेते समय परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का लिखित में वादा किया गया था, लेकिन नौकरी तो दूर की बात काम भी शुरू नहीं हुआ. किसानों का कहना है कि अब वे अपनी जमीन वापस चाहते हैं. उन्हें उम्मीद थी कि थर्मल पावर बनेगा तो इलाके का विकास होगा, लेकिन किसानों की जमीन अधिग्रहण कर ली गई और काम भी शुरू नहीं हुआ. अब किसान अपनी जमीन वापस मांग रहे हैं.

अधिग्रहण के समय भी हुआ था विरोध: सालों पहले जब अडानी ग्रुप को जमीन दी जा रही थी, तो प्रदेश में बीजेपी सरकार थी और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. उस दौरान भी किसानों ने जमीन देने का विरोध किया था. कई सामाजिक संगठन और किसान नेता भी उनके समर्थन में थे, लेकिन सरकार ने जमीन अधिग्रहण कर अडानी ग्रुप को दी थी.

अडानी ग्रुप की जमीन पर किसानों ने लगाई फसल, प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, 33 साल में न प्लांट बना, न नौकरी मिली

किसानों की फसल पर चला था बुलडोजर: जून 2021 में किसानों ने विरोध जताते हुए अधिग्रहण की गई जमीन पर फसल लगा दी थी. किसानों का कहना था कि अगर थर्मल पावर प्लांट का काम शुरू नहीं हो रहा है, तो कम से कम वे अपनी जमीन पर खेती कर फसल उगाएं ताकि उनके परिवार का भरण-पोषण हो. जैसे ही किसानों ने जमीन पर फसल लगाई अदानी ग्रुप ने प्रशासन की सहायता से बुलडोजर चला दिया था.

अडानी ग्रुप-किसानों के बीच होगी बातचीत: अपनी जमीन को वापस लेने के लिए खेतों पर हल और बैल लेकर हल्ला बोल करने पहुंचे किसानों को समझाइश देने पुलिस बल पहुंचा(Chhindwara power plant not start farmer protest). एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा, अडानी ग्रुप के प्रतिनिधि और किसानों के बीच बैठकर मामले को सुलझा देंगे. सभी किसानों को अधिग्रहण के बाद मुआवजा मिल चुका है. हालांकि ग्रुप में अपनी जमीन में फेंसिंग कर बाउंड्री वॉल कर ली है, लेकिन थर्मल पावर के लिए अभी तक कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि, जल्द ही कंपनी के आदेशों के अनुसार काम किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.