छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद चार लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. इस मामले में प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा है, कि इस पूरे मामले का मुख्यमंत्री ने स्वयं संज्ञान लिया है.
जिन मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई है, उन्हें अच्छे इलाज के लिए भेज दिया गया है. उसमें जो भी खर्चा आएगा वो प्रदेश सरकार उठाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन लोगों द्वारा लापरवाही बरती गई है, इसकी जांच की जा रही है. उसके बाद उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद संज्ञान ले चुके हैं. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
25 सितंबर को छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल में चार लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था, लेकिन उसके बाद उन्हें अचानक दिखना बंद हो गया. कुछ दिनों तक तो जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि ये सामान्य प्रक्रिया है, आपकी आंखों की रोशनी वापस आ जाएगी. लेकिन एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी जब मरीजों की आंखों की रोशनी वापस नहीं आई तो उन्होंने फिर से हॉस्पिटल में चैक कराया, तब मामले का खुलासा हुआ है.