छिंदवाड़ा। लॉकडाउन के चलते किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जैसे-तैसे अपना अनाज मंडी तक लेकर जा रहे किसान के साथ झूमा झपटी हो रही है. मक्का बेचने आए किसान के कपड़े फाड़ दिए जा रहे हैं. ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले की कृषि उपज मंडी का है, जहां किसानों का गेहूं और मक्का मंडी में व्यापारियों द्वारा खरीदा जा रहा है, लेकिन यहां किसान के साथ ही विवाद हो गया.
मक्का बेचने आए पीड़ित किसान दीनदयाल आरसे ने बताया कि वह थाऊरी खुर्द का रहने वाला है, जो 40 कट्टी मक्का बेचने मंडी आया था, पर यहां मंडी द्वारा बताया गया था कि मक्का कम क्वालिटी का है, जिसे दोबारा घर जाकर अच्छी क्वालिटी का मक्का लाने के लिए कहा गया था. किसान अपने घर से मक्का लेकर आया, लेकिन दोबारा व्यापारी द्वारा कम क्वालिटी का मक्का बताया गया. किसान ने बताया कि विवाद इतना बड़ गया कि उसके जेब और शर्ट की बटने व्यापारी के मुंशी ने झुमा झपटी में फाड़ दी. व्यापारी का नाम कालूराम शंभू दयाल है. वहीं मारपीट करने वाले कर्मचारियों का नाम रवि रघुवंशी और शुभम शुक्ला है.
किसान ने बताया कि मंडी में निर्देश दिए गए थे कि लॉकडाउन के चलते खंजर पाला किसान को घर से ही कराकर लाना है, लेकिन व्यापारी के कर्मचारी बावजूद इसके मंडी में खंजर पाला कराने की बात कह रहे हैं.
इस पूरे मामले की शिकायत किसान ने कृषि उपज मंडी सचिव से की. मौके पर पुलिस भी पहुंची. यहां लिखित शिकायत के बाद मामला शांत हुआ. हालांकि जब व्यापारी के मुंशी से बात करने के लिए ईटीवी भारत पहुंचा, तो वहां कोई भी मौजूद नहीं था.
कृषि उपज मंडी के सचिव अनिल कुमार डेहरिया के अनुसार विवाद हुआ था, जिसे सुलझा दिया गया है, मगर वहां किसान के साथ विवाद हुआ. इस मामले से इंकार कर दिया. उन्होंने बताया कि इस मामले में पहले जांच की जायेगी. हालांकि कृषि उपज मंडी में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जब सचिव से उन कैमरों के बारे में बात की गई, तो कैमरे खराब होने का हवाला दिया गया.