छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज लाइन का काम पूरा होने के बाद ट्रायल के रूप में यूरिया खाद लेकर नागपुर के इतवारा स्टेशन से छिंदवाड़ा पहुंची, रेल लाइन के बाद अब राजनीतिक श्रेय लेने की होड़ मच गई है. कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने इसे कमलनाथ की उपलब्धि बताया है, तो वहीं भाजपा ने केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की है.
ब्रॉडगेज रेल लाईन भाजपा सरकार की देन
भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने बताया कि छिंदवाड़ा के तत्कालीन दिवंगत सांसद पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा की पहल पर छिंदवाड़ा नागपुर ब्रॉडगेज का सर्वे 10 नवंबर 1997 को दिवंगत पूर्व रेल मंत्री रामविलास पासवान की उपस्थिति में किया था. आज उनका सपना पूरा हो गया है. इस परियोजना के पूर्ण होने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष योगदान रहा है. इस योजना में छिंदवाड़ा नागपुर ब्रॉडगेज को 1200 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए, जिससे देरी से चल रही योजना को तीव्र गति मिली और छिंदवाड़ा वासियों का सपना साकार हुआ.
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दूसरी तरफ सांसद नकुलनाथ ने इसे कमलनाथ का सपना पूरा होना बताया है. नकुलनाथ ने कहा कि यह रेलवे लाइन समस्त जिलेवासियों की सपने की रेलवे लाइन थी, वह सपना आज मालगाड़ी के प्रथम आगमन पर सच हुआ है. छिंदवाड़ा नागपुर बड़ी रेलवे लाइन के शुरू होने से जिले के व्यापार व्यवसाय में चौगुनी वृद्धि होगी. साथ ही साथ नागपुर-छिंदवाड़ा के व्यापारी बिना किसी जोखिम के अपने उत्पादों का परिवहन कर सकेंगे.
गौरतलब है कि छिंदवाड़ा से नागपुर तक गेज कन्वर्जन विभाग ने ब्रॉडगेज रेल मार्ग का चार खंडों में कार्य शुरू किया है. इसमें छिंदवाड़ा से भंडारकुंड, इतवारा से केलोद, केलोद से भिमालगोदी तक, ट्रेन का परिचालन किया जा रहा था. वहीं भिमालगोदी से भंडारकुंड तक बनाया गया है.
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130 किलोमीटर की दूरी भी कम
अब तक नागपुर से मालगाड़ी आमला होते हुए छिंदवाड़ा पहुंचती थी, लेकिन छिंदवाड़ा से नागपुर रेल मार्ग पूर्ण हो जाने के कारण व्यापारियों को बड़ी आसानी होगी, व्यापारी को इतवारा से छिंदवाड़ा मालगाड़ी लाने पर लगभग 4 लाख रुपये की बचत होगी. इसके अलावा 130 किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी. मालगाड़ी के शुरू होने से जिले में व्यापार गतिविधियां लगातार बढ़ेंगी. जिले में मक्का उत्पाद के लिए जाना जाता है, ऐसे में मालगाड़ी के शुरू होने से मालगाड़ी की रैक नागपुर होते हुए दक्षिण प्रदेश में सीधे पहुंच सकेंगी. सीधे संपर्क जुड़ने से शहर और जिले के व्यापारियों को फायदा होगा.