छिंदवाड़ा। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी रहे नत्थन शाह को सीएम कमलनाथ पहचानने से इनकार करते रहते थे, उसी शाह के लिए केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह प्रचार करने आ रहे हैं. वे कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे, अमित शाह जुन्नारदेव की अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित विधानसभा में जनसभा को संबोधित करेंगे.
छिंदवाड़ा से हुई थी महाविजय अभियान की शुरुआत: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मार्च में छिंदवाड़ा आए थे, इस दौरान उन्होंने महाविजय अभियान की शुरुआत करते हुए आदिवासियों के आस्था के केंद्र आंचल कुंड में दादा धूनी वाले दरबार में पूजा अर्चना की थी. छिंदवाड़ा के पुलिस लाइन मैदान में सभा करते हुए गृहमंत्री ने कहा था कि "छिंदवाड़ा की जनता और आदिवासियों के साथ कमलनाथ ने सिर्फ 42 सालों में छलावा किया है, इस बार के विधानसभा चुनाव में सातों विधानसभा की सीट छिंदवाड़ा से बीजेपी जीतेगी और मध्य प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनाएगी."
कमलनाथ की घेराबंदी के लिए 1 साल पहले से शुरू हुए थे दौरे: 42 सालों से छिंदवाड़ा की राजनीति कर रहे कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को फतह करने और कमलनाथ को विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा में ही घेरे रखने के लिए एक साल पहले से भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी थी, जिसके चलते केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, एल मुरुगन, स्मृति ईरानी, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, भानु प्रताप यादव के साथ ही कई केंद्रीय स्तर के नेता और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित वीडी शर्मा ने लगातार दौरे कर तैयारी शुरू कर दी थी.
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नकुलनाथ के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं नत्थन शाह: 2019 के लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा लोकसभा का चुनाव कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने जिस व्यक्ति के साथ लड़ा था, उसी नत्थन शाह को भाजपा ने जुन्नारदेव विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है. अब लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार करने पहुंच रहे हैं, भाजपा के प्रत्याशी नत्थन शाह जुन्नारदेव से एक बार विधायक भी रह चुके हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कमलनाथ ने कई सभाओं में मंच से कहा था कि वह सिर्फ एक शाह को जानते हैं, जो दिल्ली में है. बीजेपी ने जिस शाह को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है, उसे वह नहीं जानते हैं.