छिंदवाड़ा। अतिवृष्टि के कारण सोयाबीन और मक्के की फसल को काफी नुकसान पहुंचा हैं. ज्यादा बारिश की वजह से मक्के और सोयाबीन की फसल काली और अंकुरित हो गई है, जिसके चलते किसान काफी परेशान हैं.असमय बारिश के चलते किसानों को तीसरी बार मौसम की मार झेलनी पड़ रही है. किसानों ने अपने खेतों में लगे मक्के और सोयाबीन की फसल की कटाई कर खेत में इकट्ठा किया था, लेकिन बेमौसम बारिश होने के कारण इन फसलों में फफूंद लग गई है और दाने अंकुरित हो गए हैं.
इस समस्याओं से निराकरण के लिए कृषि वैज्ञानिक विजय पराडकर ने बताया कि किसानों को फसल कटाई और तोड़ाई के पहले उचित भंडारण की व्यवस्था कर लेनी चाहिए. इसके साथ ही नियमित रुप से धूप में फैलाकर या हवा में रख देने से फसल सूख जाती है जिससे नुकसान होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. साथ ही बीज के भंडारण के वक्त रसायक का छिड़काव कर उसे बचा सकते हैं.