छतरपुर। वैसे तो पूरी दुनिया में भगवान शिव और विष्णु भगवान की अलग-अलग तरह की हजारों प्रतिमाएं हैं, लेकिन आज हम आपको खजुराहो के चतुर्भुज मंदिर में मौजूद एक विशेष प्रतिमा के बारे बताएंगे, जो न केवल अनोखी है, बल्कि पूरे विश्व में ऐसी प्रतिमा आपको देखने को नहीं मिलेगी. इस प्रतिमा की खासियत ये है कि यहां एक ही प्रतिमा में भगवान कृष्ण, शिव और विष्णु हैं.
चतुर्भुज मंदिर में ये अनोखी प्रतिमा
⦁ ये मंदिर खजुराहो से थोड़ा दूर जटकरा गांव से लगभग आधा किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है.
⦁ यह मंदिर बलुआ पत्थर का बना हुआ है.
⦁ इस मंदिर के गर्भ गृह में जो प्रतिमा है, यह खजुराहो की सबसे बड़ी प्रतिमाओं में से एक है.
⦁ यह प्रतिमा 3 देवताओं के स्वरूप को मिलाकर बनाई गई है.
⦁ मूर्ति के पैर भगवान कृष्ण के हैं, धड़ भगवान विष्णु का है और सिर भगवान शिव का है.
ये है प्रतिमा की खासियत
इस मंदिर की खासियत यह है कि जब सूर्यास्त होता है, तो डूबता हुआ सूरज इस प्रतिमा को नमन करते हुए अस्त होता है. यह खजुराहो का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां डूबते हुए सूरज की किरणें इस प्रतिमा के चरणों को छूते हुए जाती है और उसके बाद सूर्य अस्त हो जाता है.
एकमात्र सबसे बड़ी प्रतिमा
वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो ये खजुराहो की एकमात्र ऐसी प्रतिमा है जो सबसे लंबी है. यह विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां कृष्ण, विष्णु और शिव के तीनों रूपों को एक साथ मिलाकर प्रतिमा बनाई गई है.