छतरपुर। जिला अस्पताल और पुलिस-प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां 3 दिन पहले भर्ती कराई गई महिला का पता न तो पुलिस दे रही है और न ही अस्पताल प्रबंधन को उसकी कोई खबर है. दरअसल तीन दिन पहले घायल हालत में एक महिला को भर्ती कराया गया था, जिसके साथ बलात्कार की आशंका जताई गई थी, लेकिन न तो पुलिस ने कोई मामला दर्ज किया और न ही अस्पताल प्रबंधन ने कोई मेडिकल रिपोर्ट दी.
जानकारी के अनुसार, जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे स्टेशन पर 108 एंबुलेंस को सूचना मिली थी कि एक अज्ञात महिला खून से लथपथ यहां पड़ी हुई है. सूचना मिलने पर 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और यहां पदस्थ डॉक्टर ने पुलिस को सूचना देते हुए महिला को जिला अस्पताल पहुंचा दिया. महिला के साथ एक महिला पुलिसकर्मी और उसकी टीम थी, जिसने बलात्कार की आशंका जताई थी.
पीड़ित महिला को 5 तारीख को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 3 दिन बाद भी जिला अस्पताल प्रबंधन और मेडिकल करने वाली टीम मामले की जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दे रहे थे. वहीं गुरुवार को सिविल सर्जन एस के पांडे ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पीड़िता के साथ बलात्कार करने की कोशिश की गई थी. वहीं पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि अब न तो महिला है और न ही कोई शिकायत, तो कार्रवाई किस आधार पर होगी. महिला के कहे अनुसार मामला दर्ज कर आरोपियों पर कार्रवाई की जा सकती थी, लेकिन अब महिला ही नहीं है तो किसकी शिकायत पर कार्रवाई होगी.
खास बात ये है कि हरपालपुर थाना प्रभारी रामबाबू ने यह जानने की कोशिश भी नहीं की, किस महिला के साथ क्या हुआ था और अब वह महिला कहां पर है. वहीं पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. महिला को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके साथ एक महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला अस्पताल से कब चली गई, उन्हें पता ही नहीं चला.