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जिला अस्पताल के गेट पर ऑटो में महिला की डिलीवरी, परिजन लगाते रहे मदद की गुहार - Delivery at the hospital gate

छतरपुर जिला अस्पताल के गेट के बाहर ऑटो में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया. काफी देर तक अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए नहीं पहुंचा, जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू किया और महिला को इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

woman gave birth to a child at the gate of the district hospital
महिला ने ऑटो में दिया बच्चे को जन्म
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Published : Feb 8, 2020, 12:10 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 12:54 PM IST

छतरपुर। जिला अस्पताल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां डिलीवरी के लिए पहुंची एक गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल के गेट पर ही ऑटो में बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसूता और उसके परिजन लगातार मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन 15 मिनट तक उनकी मदद के लिए जिला अस्पताल का स्टाफ नहीं पहुंचा.

महिला ने ऑटो में दिया बच्चे को जन्म

इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में हल्ला करना शुरू किया, जिसके बाद अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए पहुंचा और उसे भर्ती कराया. फिलहाल बच्चा और मां दोनों सुरक्षित बताए जा रहे हैं

प्रसूति महिला की ननद ने बताया कि वह अपनी भाभी को लेकर अस्पताल आ रही थी, तभी ऑटो में ही डिलीवरी हो गई. जिसके बाद वह लगातार जिला अस्पताल के स्टाफ से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं था. शोर मचाने पर महिला को भर्ती कराया गया.

इस मामले में सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी का कहना है कि जानकारी लगते ही जिला अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए पहुंच गया था, फिलहाल बच्चा और महिला दोनों सुरक्षित हैं.

छतरपुर। जिला अस्पताल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां डिलीवरी के लिए पहुंची एक गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल के गेट पर ही ऑटो में बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसूता और उसके परिजन लगातार मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन 15 मिनट तक उनकी मदद के लिए जिला अस्पताल का स्टाफ नहीं पहुंचा.

महिला ने ऑटो में दिया बच्चे को जन्म

इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में हल्ला करना शुरू किया, जिसके बाद अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए पहुंचा और उसे भर्ती कराया. फिलहाल बच्चा और मां दोनों सुरक्षित बताए जा रहे हैं

प्रसूति महिला की ननद ने बताया कि वह अपनी भाभी को लेकर अस्पताल आ रही थी, तभी ऑटो में ही डिलीवरी हो गई. जिसके बाद वह लगातार जिला अस्पताल के स्टाफ से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं था. शोर मचाने पर महिला को भर्ती कराया गया.

इस मामले में सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी का कहना है कि जानकारी लगते ही जिला अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए पहुंच गया था, फिलहाल बच्चा और महिला दोनों सुरक्षित हैं.

Intro:छतरपुर जिले के शासकीय जिला अस्पताल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है जहां डिलीवरी के लिए पहुंची एक गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया बच्चे को जन्म देने के बाद गर्भवती महिला एवं उसके परिजन लगातार मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन 15 मिनट तक गर्भवती महिला के लिए जिला अस्पताल का स्टाफ नहीं पहुंचा!


Body:छतरपुर जिले की सबसे बड़ी शासकीय अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है जहां टैक्सी से पहुंची गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल के गेट पर टेक्स्ट में ही बच्चे को जन्म दे दिया बच्चे को जन्म देने के बाद गर्भवती महिला एवं उसके परिजन 15 मिनट ऐसे ही टैक्सी में महिला को लेते रहे और परिजन डॉक्टरों एवं नर्सों से मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की आखिरकार परिजनों ने हल्ला करना शुरू किया जिला अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद पहुंचा और उसे प्राथमिक देते हुए बाद में भर्ती करा दिया फिलहाल जच्चा एवं बच्चा सुरक्षित बताए जा रहे हैं!

गर्भवती के साथ आई महिला ने बताया कि वह अपनी भाभी को लेकर टैक्सी में आ रही थी तभी टैक्सी में ही डिलीवरी हो गई वह लगातार जिला अस्पताल के स्टाफ से मदद की गुहार लगा रही थी लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया महिला ने बताया कि उसकी भाभी पास के ही अरोरा गांव से आई है लेकिन रास्ते में ही अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और टैक्सी में ही उसने बच्चे को जन्म दे दिया!

बाइट_सुमन गर्भवति महिला की रिश्तेदार

वहीं मामले में सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी का कहना है कि जानकारी लगते ही जिला अस्पताल का स्टाफ महिला की मदद के लिए पहुंच गया था फिलहाल बच्चा एवं गर्भवती महिला दोनों सुरक्षित है!

बाइट_सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी


Conclusion: मामले में भले ही सिविल सर्जन जिला अस्पताल के स्टाफ एवं नर्सों का बचाव कर रहे हो लेकिन जिला अस्पताल में एक बार फिर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है अगर कुछ समय बाद और स्टाफ मदद के लिए नहीं पहुंचता तो गर्भवती महिला के साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी हो सकती थी
Last Updated : Feb 8, 2020, 12:54 PM IST
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