छतरपुर। लॉकडाउन के कारण देश भर के अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूर अपने राज्य के लिए पलायन कर रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से काम की तलाश में आए मजदूर छतरपुर में फंसे हैं, जो अपने राज्य जाना चाहते हैं. लेकिन मोहबा की सीमाओं को उत्तर प्रदेश सरकार ने सील कर दिया है, जिस वजह से वे सभी मजदूर सीमाओं पर हैं. बता दें, ये सभी मजदूर हजारों की संख्या में हैं, जिन्होंने अब थक-हारकर सीमा पर वहां जाने के लिए जमकर हंगामा किया है.
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यूपी-एमपी बॉर्डर को उत्तर प्रदेश प्रशासन ने पूरी तरीके से लॉक कर दिया है. इसी बीच शनिवार रात करीब 9 बजे हजारों की संख्या में मजदूर सीमा पर पहुंचे. भूखे-प्यासे फंसे मजदूर बेचैन होने लगे, जिसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया. इस बात की जानकारी लगते ही मौके पर गढ़ीमलहरा पुलिस और तहसीलदार पहुंचे और मोर्चा संभाला. इसके अलावा छतरपुर प्रशासन उत्तर प्रदेश प्रशासन से बात कर लॉक बार्डर को खुलवाने की कोशिश कर रहा है.
न भोजन न पानी
जानकारी के मुताबिक महोबा की तरफ जाने वाले बॉर्डर पर महोबा पुलिस ने पूर्ण रूप से सील कर दिया है. छतरपुर जिले का प्रशासन प्रवासी मजदूरों की व्यवस्थाओं को लेकर लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर रहा है लेकिन शनिवार की रात 9 बजे से फंसे हजारों की संख्या में मजदूरों को न तो खाने के लिए भोजन उपलब्ध हो पा रहा है और न ही पीने के लिए पानी मिल रहा है.
अधिकारियों के आदेश पर किया बॉर्डर सील
बता दें, ये सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के निवासी है और विभिन्न प्रांतों से आकर अपने गृह क्षेत्र उत्तर प्रदेश जाना चाहते हैं. वहीं उत्तर प्रदेश की पुलिस इस मामले पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रही है. उनका कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर उन्होंने बॉर्डर को सील किया है.