छतरपुर। जिले में खाद्य विभाग की लापरवाही लगातार सामने आ रही है. गोपी गांव के ग्रामीण मंगलवार को अपनी शिकायत एवं राशन कार्ड लेकर छतरपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों का आरोप है कि गोपी गांव के पटवारी ने बिना गांव के अंदर जाए और ग्रामीणों से बिना मिले ही सर्वे कर दिया और एक साथ 270 लोगों के नाम काट दिए. यही वजह है कि अब ग्रामीणों को राशन नहीं मिल रहा है.
गोपी गांव के ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 270 लोगों का राशन की लिस्ट से नाम काट दिया गया है. जिन लोगों का नाम काटा गया है उनमें ज्यादातर आदिवासी और दलित समुदाय के लोग हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें पिछले कई महीनों से राशन नहीं मिल रहा है. सर्वे के नाम पर पटवारी ने एक साथ 270 लोगों के नाम काट दिए और अब यह तमाम आदिवासी और गांव के अन्य लोग पिछले कई दिनों से लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.
मामले में खाद्य विभाग के डीआर धुर्वे का कहना है कि ग्रामीणों से सूची ले ली गई है. सभी के नाम भी लिख लिए गए हैं. पटवारी से मामले में जवाब मांगा जाएगा या फिर किस वजह से इतने सारे लोगों का एक साथ नाम काट दिया गया है. अगर मामले में किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की कोई लापरवाही होगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए भी लिखा जाएगा. फिलहाल मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है.
संबंधित मामले में छतरपुर जिले के एकमात्र बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक खत लिख चुके हैं. जिसमें उन्होंने इन तमाम बातों का एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों को द्वारा बरती जा रही लापरवाही का भी जिक्र किया है. बावजूद इसके खाद्य विभाग में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा है.