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पर्यटन स्थल खजुराहो में पसरा रहा सन्नाटा, विदेशी पर्यटक होते रहे परेशान

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बीते दिन खजुराहो बंद का ऐलान किया था, जिससे पर्यटन स्थल पर सन्नाटा पसरा रहा और विदेशी पर्यटक गाइड के लिए इधर-उधर भटकते रहे.

पर्यटन स्थल खजुराहो में पसरा रहा सन्नाटा
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Published : Aug 8, 2019, 9:44 AM IST

छतरपुर। बीते दिन पर्यटन स्थल खजुराहो में सन्नाटा पसरा रहा. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने पर्यटकों की संख्या में आ रही कमी और व्यवसाय में गिरावट के चलते खजुराहो बंद का ऐलान किया था. इससे खजुराहो पहुंचे विदेशी पर्यटक परेशान होते रहे. उन्हें न तो गाइड मिला और न ही खाने-पीने का सामान.

गाइड नहीं मिलने से देशी और विदेशी पर्यटक खजुराहो के मंदिरों के बारे में अच्छे से नहीं जान सके और इधर-उधर भटकते रहे. हड़तालकर्मियों का कहना है कि पर्यटन में गिरावट आने से उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो आने वाले वक्त में खजुराहो से भी लोग पलायन करने पर मजबूर होंगे.

एयर इंडिया की फ्लाइट शुरू करने की मांग
हड़तालियों ने एयर इंडिया की 407 और 408 नबंर वाली उन फ्लाइटों को शुरू करने की मांग की है, जो अब बंद हो गई हैं. 2005 के बाद से ही दोनों फ्लाइट हैं. हड़तालियों का मानना है कि फ्लाइट चालू होने से खजुराहो के पर्यटन में आ रही गिरावट दूर हो जाएगी और उनका व्यवसाय पहले जैसा चलने लगेगा.

विदेशी पर्यटक होते रहे परेशान
जर्मनी से खजुराहो घूमने आए विदेशी पर्टयकों ने बताया कि उन्हें गाइड नहीं मिला, जिससे वे मंदिरों का इतिहास और उससे जुड़े रोचक तथ्य नहीं जान पाए. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े योगेंद्र सिंह चंदेल का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब खजुराहो बंद करने का ऐलान करना पड़ा. इसमें रिक्शे वालों से लेकर टैक्सी ड्राइवर, गाइड सहित तमाम व्यापारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है.

छतरपुर। बीते दिन पर्यटन स्थल खजुराहो में सन्नाटा पसरा रहा. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने पर्यटकों की संख्या में आ रही कमी और व्यवसाय में गिरावट के चलते खजुराहो बंद का ऐलान किया था. इससे खजुराहो पहुंचे विदेशी पर्यटक परेशान होते रहे. उन्हें न तो गाइड मिला और न ही खाने-पीने का सामान.

गाइड नहीं मिलने से देशी और विदेशी पर्यटक खजुराहो के मंदिरों के बारे में अच्छे से नहीं जान सके और इधर-उधर भटकते रहे. हड़तालकर्मियों का कहना है कि पर्यटन में गिरावट आने से उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो आने वाले वक्त में खजुराहो से भी लोग पलायन करने पर मजबूर होंगे.

एयर इंडिया की फ्लाइट शुरू करने की मांग
हड़तालियों ने एयर इंडिया की 407 और 408 नबंर वाली उन फ्लाइटों को शुरू करने की मांग की है, जो अब बंद हो गई हैं. 2005 के बाद से ही दोनों फ्लाइट हैं. हड़तालियों का मानना है कि फ्लाइट चालू होने से खजुराहो के पर्यटन में आ रही गिरावट दूर हो जाएगी और उनका व्यवसाय पहले जैसा चलने लगेगा.

विदेशी पर्यटक होते रहे परेशान
जर्मनी से खजुराहो घूमने आए विदेशी पर्टयकों ने बताया कि उन्हें गाइड नहीं मिला, जिससे वे मंदिरों का इतिहास और उससे जुड़े रोचक तथ्य नहीं जान पाए. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े योगेंद्र सिंह चंदेल का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब खजुराहो बंद करने का ऐलान करना पड़ा. इसमें रिक्शे वालों से लेकर टैक्सी ड्राइवर, गाइड सहित तमाम व्यापारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है.

Intro: विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग 407 एवं 408 जैसे पोस्टरों को लाकर अस्थाई रूप से बंद का ऐलान करते हुए नजर आए खजुराहो में बंद का खासा असर दिखा यही वजह है कि देशी एवं विदेशी पर्यटक खासे परेशान नजर आए!


Body:विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो में पर्यटन व्यवसाय में लगातार आ रही गिरावट के चलते पर्यटन व्यवसाय से जुड़े तमाम लोगों ने अस्थाई रूप से बंद का ऐलान किया यह बंद सफल रहा और खजुराहो की तमाम दुकानें टैक्सिया एवं छोटे-मोटे दुकानें लगाने वाले लोगों का अकाल पड़ा रहा!

देसी बम विदेशी पर्यटकों को गाइड नहीं मिले यही वजह रही कि आने वाले पर्यटक मंदिरों के बारे में बेहतर तरीके से नहीं जान पाए और यहां वहां भटकते हुए नजर आए वहीं हर तालियों का कहना है कि लगातार आ रही पर्यटन स्थल में गिरावट नसीर चिंता का विषय है बल्कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में खजुराहो से कई परिवार पलायन करने की कगार पर आ जाएंगे!

407 एवं 408 की कर रहे माँग!

खजुराहो के तमाम हड़ताली पोस्टर एवं बैनर लगाकर 407 एवं 408 की मांग कर रहे हैं हर तालियों से जब 407 एवं 408 के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह दो फ्लाइटों के नंबर है और एयर इंडिया की फ्लाइट 2005 से पहले यहां पर चला करती थी जिसके वजह से यहां पर विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता था और खजुराहो यूरोप की तरह दिखाई देता था लेकिन 2005 के बाद यह दोनों फ्लाइट है बंद हो गई और तभी से पर्यटन क्षेत्र में लगातार गिरावट आती जा रही है!

और अगर ऐसा ही रहा तो वह दिन दूर नहीं जब खजुराहो से पर्यटन का व्यवसाय लगभग शून्य हो जाएगा जो कि बेहद चिंता का विषय है हड़ताली लगातार इन दोनों फ्लाइटों को दोबारा चालू करने की बात कह रहे हैं!

वही जर्मन से खजुराहो घूमने आई बलंका का कहना है कि वह दिन भर से परेशान है उसे कोई भी टैक्सी नहीं मिली और उसे कोई भी गाइड नहीं मिला जो कि मंदिरों के बारे में समझा सके और उनका इतिहास बता सके!

बाइट_बलंका जर्मनी युवती

वहीं एक अन्य विदेशी पर्यटक का क्लोज का कहना है कि खजुराहो बेहद सुंदर जगह है यहां आकर बहुत अच्छा लगता है यह दुनिया की सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है लेकिन यहां पर कनेक्टिविटी ठीक ना होने की वजह से ना सिर्फ हमें खासा परेशान होना पड़ता है बल्कि खजुराहो के लोग भी इसी वजह से हड़ताल कर रहे हैं!

बाइट_कार्लोस विदेशी पर्यटक

खजुराहो से घूमने आए राकेश यादव बताते हैं कि इससे पहले वह कई बार खजुराहो अपने परिवार एवं मित्रों के साथ घूमने आए हैं लेकिन आज तक उन्हें कभी भी इस प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन आज उन्हें न सिर्फ परेशानी का सामना करना पड़ा बल्कि कोई भी गाइड टैक्सी ड्राइवर एवं अन्य दुकानें भी खुली नहीं मिली!

बाइट_राकेश यादव देशी पर्यटक _जबलपुर

वहीं खजुराहो के गाइड श्याम रजक का कहना है कि लगातार पर्यटन स्थल में आ रही गिरावट की वजह से हम लोगों ने बंद बुलाया है और हम मांग कर रहे हैं कि 407 एवं 408 जैसी फ्राइडे दोबारा चालू हो ताकि पर्यटन व्यवसाय में एक बार फिर से बहाली आ सके!

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े अवधेश कुमार बताते हैं कि 407 एवं 408 ईयर इंडिया की दो फ्लाइटें हैं अगर द्वारा इन्हें चालू कर दिया जाता है तो एक बार फिर खजुराहो का पर्यटन स्थल ना सिर्फ बहाल हो जाएगा बल्कि यहां के लोगों को एक बार फिर से बेहतर रोजगार मिल सकेगा!

बाइट_अवदेश कुमार पर्यटन व्यवसायी


खजुराहो से ही पर्यटन व्यवसाय से जुड़े योगेंद्र सिंह चंदेल बताते हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है कि खजुराहो में जो बंद बुलाया गया है उसमें रिक्शे वालों से लेकर टैक्सी ड्राइवर गाइड एवं तमाम लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है लगातार गिर रहे पर्यटन व्यवसाय से लेकर गिर रही कनेक्टिविटी भी एक बड़ी चिंता का विषय है योगेंद्र सिंह चंदेल का कहना है कि खजुराहो के एक परिवार इस व्यवसाय से प्रभावित हैं!

बाइट_योगेंद्र सिंह चंदेल




Conclusion:खजुराहो में विदेशी पर्यटकों का आना लगातार कम होता जा रहा है स्थानीय लोग इससे बेहतर कनेक्टिविटी का ना होना बताते हैं अगर खजुराहो के लिए बेहतर कनेक्टिविटी हो जाए तो एक बार फिर पर्यटन व्यवसाय यहां पर बहाल हो सकता है जरूरत है कि खजुराहो में नई फ्लाइट शुरू हो और नई ट्रेनों का भी आवागमन यहां होना चाहिए!
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