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लॉकडाउन ने तोड़ी सब्जी की खेती करने वाले किसानों की कमर, लागत भी निकालना हुआ मुश्किल - लॉकडाउन ने तोड़ी किसानों की कमर, मजबूर किसान 2 रूपये किलो में बेंच रहे हैं भिंडी

सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए लॉकडाउन मुसीबत का सबब बन चुका है. सब्जियां खेत में तैयार हैं लेकिन किसान उन्हें मार्केट में नहीं ले जा सकते. मजबूरन उन्हें सब्जियां मवेशियों को खिलानी पड़ रही हैं.

This lockdown broke the back of the farmers
किसानों ने लगाई मदद की गुहार
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Published : May 1, 2020, 2:38 PM IST

Updated : May 1, 2020, 3:32 PM IST

छतरपुर। सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए लॉकडाउन मुसीबत का सबब बन चुका है. सब्जियां खेत में तैयार हैं लेकिन किसान उन्हें मार्केट में नहीं ले जा सकते. मजबूरन उन्हें सब्जियां मवेशियों को खिलानी पड़ रही हैं. किसानों के चेहरे पर भी मायूसी देखने को मिल रही है. हालात ये हो गया है कि रोजाना करीब तीन से चार क्विंटल भिंडी जानवरों को खिलाना पड़ रहा है.

किसानों ने लगाई मदद की गुहार

मायूस हुए सब्जी किसान

दरअसल तस्वीरें मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की हैं, भिंडी की खेती करने वाला किसान अपनी फसल को गायों को खिलाने पर मजबूर हैं. जिस फसल को उगाने के लिए रात दिन मेहनत की, महीनों का इंतजार किया, लेकिन अब उसी फसल को किसान मवेशियों को खिला रहा है. छतरपुर जिले के डेरी रोड पर रहने वाले एक किसान जमुना प्रसाद कुशवाहा ने 4 एकड़ में भिंडी की खेती इस उम्मीद से की थी कि, आने वाले समय में उन्हें कुछ आर्थिक लाभ होगा. लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया.

ये है लॉकडाउन की तस्वीर

किसान जमुना प्रसाद का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते भिंडी के दामों में काफी गिरावट आई है. जिसकी वजह से 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिकने वाली भिंडी अब एक से दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. भिंडी को मंडी तक ले जाने में 4 रूपये प्रति किलो के हिसाब से खर्च आता है.

लॉकडाउन बढ़ा तो किसान को ये आफत
जमुना प्रसाद का कहना है कि, अगर लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाता है तो सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए मुसीबतें और अधिक बढ़ जाएंगी. किसानों का कहना है कि, वह अपनी सब्जी बेचने के लिए छतरपुर से बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं. जिसके चलते बड़ी मात्रा में सब्जियां खराब हो रही हैं, मजबूरन जानवरों को खिलाना पड़ रहा है.

छतरपुर। सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए लॉकडाउन मुसीबत का सबब बन चुका है. सब्जियां खेत में तैयार हैं लेकिन किसान उन्हें मार्केट में नहीं ले जा सकते. मजबूरन उन्हें सब्जियां मवेशियों को खिलानी पड़ रही हैं. किसानों के चेहरे पर भी मायूसी देखने को मिल रही है. हालात ये हो गया है कि रोजाना करीब तीन से चार क्विंटल भिंडी जानवरों को खिलाना पड़ रहा है.

किसानों ने लगाई मदद की गुहार

मायूस हुए सब्जी किसान

दरअसल तस्वीरें मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की हैं, भिंडी की खेती करने वाला किसान अपनी फसल को गायों को खिलाने पर मजबूर हैं. जिस फसल को उगाने के लिए रात दिन मेहनत की, महीनों का इंतजार किया, लेकिन अब उसी फसल को किसान मवेशियों को खिला रहा है. छतरपुर जिले के डेरी रोड पर रहने वाले एक किसान जमुना प्रसाद कुशवाहा ने 4 एकड़ में भिंडी की खेती इस उम्मीद से की थी कि, आने वाले समय में उन्हें कुछ आर्थिक लाभ होगा. लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया.

ये है लॉकडाउन की तस्वीर

किसान जमुना प्रसाद का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते भिंडी के दामों में काफी गिरावट आई है. जिसकी वजह से 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिकने वाली भिंडी अब एक से दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. भिंडी को मंडी तक ले जाने में 4 रूपये प्रति किलो के हिसाब से खर्च आता है.

लॉकडाउन बढ़ा तो किसान को ये आफत
जमुना प्रसाद का कहना है कि, अगर लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाता है तो सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए मुसीबतें और अधिक बढ़ जाएंगी. किसानों का कहना है कि, वह अपनी सब्जी बेचने के लिए छतरपुर से बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं. जिसके चलते बड़ी मात्रा में सब्जियां खराब हो रही हैं, मजबूरन जानवरों को खिलाना पड़ रहा है.

Last Updated : May 1, 2020, 3:32 PM IST
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