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567 छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल दो शिक्षक, अतिथि शिक्षकों के सहारे स्कूल

छतरपुर जिले के पनागर गांव के शासकीय हॉयर सेकेडरी स्कूल के 567 छात्र-छत्राओं को पढ़ाने के लिए केवल दो ही शिक्षक मौजूद हैं. जिससे छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. छात्रों का कहना है कि स्कूल में शिक्षक न होने से उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है. जबकि तिमाही परीक्षाएं जल्द ही नजदीक आ रही है.

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Published : Aug 22, 2019, 8:10 PM IST

पनागर स्कूल

छतरपुर। जिले के बिजावर मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर पनागर गांव के शासकीय हॉयर सेकेडरी स्कूल के 567 छात्र-छत्राओं को पढ़ाने के लिए केवल दो ही शिक्षक मौजूद हैं. पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का उन्नयन 2010 में किया गया था. लेकिन अब तक स्कूल के भवन का निर्माण भी नहीं किया गया है. माध्यमिक शाला के शिक्षक को स्कूल के प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शिक्षक नहीं होने के कारण अतिथि शिक्षकों के भरोसे अध्यानकार्य चल रहा है.

567 छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल दो शिक्षक

दस साल के बाद भी पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का भवन न बनने से छात्रों को दूसरे माध्यमिक शाला के भवन में बैठना पड़ता है. जबकि हॉयर सेकेंडरी स्कूल को मिलने वाली कोई सुविधा में भी अब तक छात्रों को नहीं मिल रही है. स्कूल में शिक्षक न होने की वजह से छात्र स्कूल तक नहीं पहुंचते हैं.

स्कूल में अध्यनरत छात्राओं ने बताया कि यहां 6 -शिक्षको का ट्रांसफर हो जाने के कारण हमारी पढ़ाई में बाधा आ रही है. अतिथि शिक्षकों के भरोसे कक्षाए लगाई जा रही है, छात्रों ने कहा कि स्कूल में शिक्षक न होने से उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है. जबकि तिमाही परीक्षाएं जल्द ही नजदीक आ रही है.

छतरपुर। जिले के बिजावर मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर पनागर गांव के शासकीय हॉयर सेकेडरी स्कूल के 567 छात्र-छत्राओं को पढ़ाने के लिए केवल दो ही शिक्षक मौजूद हैं. पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का उन्नयन 2010 में किया गया था. लेकिन अब तक स्कूल के भवन का निर्माण भी नहीं किया गया है. माध्यमिक शाला के शिक्षक को स्कूल के प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शिक्षक नहीं होने के कारण अतिथि शिक्षकों के भरोसे अध्यानकार्य चल रहा है.

567 छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल दो शिक्षक

दस साल के बाद भी पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का भवन न बनने से छात्रों को दूसरे माध्यमिक शाला के भवन में बैठना पड़ता है. जबकि हॉयर सेकेंडरी स्कूल को मिलने वाली कोई सुविधा में भी अब तक छात्रों को नहीं मिल रही है. स्कूल में शिक्षक न होने की वजह से छात्र स्कूल तक नहीं पहुंचते हैं.

स्कूल में अध्यनरत छात्राओं ने बताया कि यहां 6 -शिक्षको का ट्रांसफर हो जाने के कारण हमारी पढ़ाई में बाधा आ रही है. अतिथि शिक्षकों के भरोसे कक्षाए लगाई जा रही है, छात्रों ने कहा कि स्कूल में शिक्षक न होने से उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है. जबकि तिमाही परीक्षाएं जल्द ही नजदीक आ रही है.

Intro:बिजावर - स्पेशल -
- स्कूल के 567 छात्र-छात्राओं के लिए नही है शिक्षक
ऐसे पढ़ेगा इंडिया तो कैसे बढेगा इंडिया

बिजावर मुख्यालय से मात्र 8 किलोमीटर दूरी पर बसे ग्राम पनागर का हॉयर सेकंडरी स्कूल जो संकुल केंद्र भी है जहां 567 छात्र-छात्राए कक्षा 9वी से 12वी तक विभन्न संकायों से अध्यनरत है जिसमे 279 छात्राए है जो छात्रों की संख्या के मुकाबले अधिक संख्या में है जिनको पढ़ाने के लिए मात्र दो ही महिला शासकीय शिक्षका है जो बायलॉजी एवं भूगोल पढ़ाती है यहां पर प्रभारी प्राचार्य के रूप में माध्यमिक शाला के शिक्षक को प्रभार दे दिया गया है इस विद्यालय की हालत यह है कि आस-पास गॉवो के छात्र -छात्राए आते है शिक्षक नही होने के कारण अतिथि शिक्षकों के भरोसे अध्यानकार्य चल रहा है एवं कक्षाए संचालित हो रही है और छात्र- छात्राए मजबूर है




Body:इस विद्यालय का उन्नयन 2010 में किया गया था परंतु 10 बरस होने के बाद अभी तक इस विद्यालय को अपनी इमारत मुहैया नही हो सकी, इस विद्यालय में न तो प्रयोग शाला है न ही कंप्यूटर कक्ष है यहां तक की छात्र- छात्राए जमीन पर बैठकर अध्यन करती दिखाई दी,और खाली पड़े फर्नीचर छात्र-छात्राओं के आभाव में पंखे की हवा खाते नजर आ रहे है

दस शिक्षण सत्र बीत जाने के बाद भी कम जगह में माध्यमिक शाला की बिलिडिंग में यह विद्यालय संचालित हो रहा है ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रो से निकलने वाली प्रतिभाएं गांव में ही सिमट कर रह जाएंगी,




Conclusion:प्रशानिक उदासीनता वा प्रदेश सरकार की उदारवादी ट्रांसफर नीति के कारण कैसे पढ़ेगा इंडिया कैसे बढेगा इंडिया ,

स्कूल में अध्यनरत छात्राओं ने बताया कि यहां 6 -शिक्षको का ट्रांसफर हो जाने के कारण हमारी पढ़ाई में बाधा आ रही है अतिथि शिक्षकों के भरेसो हमारी नियमित कक्षाए लगाई जा रही है,साथ ही बताया कि आगामी सितम्बर माह में तिमाही परीक्षाए होने वाली है

बाईट-1- मनोज चौरसिया ( प्रभारी प्राचार्य हायर सेकंडरी स्कूल पनागर)
बाईट -2 - नेहा साहू ( 10 वी कक्षा छात्रा)
बाईट -3 - ऋषिका चौरसिया ( छात्रा 10 वी कक्षा )

स्पेशल -
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