छतरपुर। जिले के बिजावर मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर पनागर गांव के शासकीय हॉयर सेकेडरी स्कूल के 567 छात्र-छत्राओं को पढ़ाने के लिए केवल दो ही शिक्षक मौजूद हैं. पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का उन्नयन 2010 में किया गया था. लेकिन अब तक स्कूल के भवन का निर्माण भी नहीं किया गया है. माध्यमिक शाला के शिक्षक को स्कूल के प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शिक्षक नहीं होने के कारण अतिथि शिक्षकों के भरोसे अध्यानकार्य चल रहा है.
दस साल के बाद भी पनागर के हॉयर सेकेंडरी स्कूल का भवन न बनने से छात्रों को दूसरे माध्यमिक शाला के भवन में बैठना पड़ता है. जबकि हॉयर सेकेंडरी स्कूल को मिलने वाली कोई सुविधा में भी अब तक छात्रों को नहीं मिल रही है. स्कूल में शिक्षक न होने की वजह से छात्र स्कूल तक नहीं पहुंचते हैं.
स्कूल में अध्यनरत छात्राओं ने बताया कि यहां 6 -शिक्षको का ट्रांसफर हो जाने के कारण हमारी पढ़ाई में बाधा आ रही है. अतिथि शिक्षकों के भरोसे कक्षाए लगाई जा रही है, छात्रों ने कहा कि स्कूल में शिक्षक न होने से उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है. जबकि तिमाही परीक्षाएं जल्द ही नजदीक आ रही है.