छतरपुर। देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है लेकिन देश आज भी जातिवाद का दंश आज भी झेल रहा है. इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में देखने को मिला है. छतरपुर के धामची गांव में तिरंगा फहराने पर एक सरपंच और उसके परिवार से मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट के आरोप पंचायत सचिव पर लगे हैं.
सचिव पर सरपंच से मारपीट का आरोप
धामची गांव के सरपंच हन्नु बसोर ने आरोप लगाया है कि "गांव के सचिव सुनील तिवारी ने उनके साथ मारपीट की. सरपंच ने सचिव का इंतजार किए बिना झंडा फहरा दिया तो मौके पर पहुंचे सचिव ने सरपंच और उसके परिवार के साथ मारपीट की." सुनील तिवारी पर सरपंच, उनकी पत्नी और बहू के साथ मारपीट का आरोप लगा है.
थाने पहुंचकर सचिव पर कार्रवाई की मांग
घटना के बाद सरपंच, उसकी पत्नी और गांव के लोगों ने ओरछा थाने पहुंचकर सचिव पर कार्रवाई की मांग की है. घटना की जानकारी लगते ही दलित समाज के नेता भी थाने पहुंच गए. दलित नेता आरोपी पर एससी,एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
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पुलिस ने सचिव के खिलाफ दर्ज किया मामला
इस मामले में सीएसपी लोकेंद्र सिंह का कहना है कि "धामची गांव में सरपंच के साथ सचिव के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है मामला झंडा वंदन के बाद मिठाई वितरण को लेकर हुआ विवाद है जिसके चलते सचिव ने सरपंच के साथ मारपीट कर दी, फिलहाल सचिव पर एससी,एसटी एक्ट के अलावा विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है."