छतरपुर। बड़ामलहरा विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर जिस तरह से बीजेपी एवं कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी बयानबाजी कर रहे हैं, इससे संत समाज ना सिर्फ नाराज है बल्कि उन्होंने दोनों प्रत्याशियों को इस बात की चेतावनी भी दी है कि चुनाव के दौरान भगवा एवं रामायण जैसे शब्दों का प्रयोग ना करें.
जिस तरह से प्रद्युम्न सिंह लोधी और साध्वी राम सिया भारती ने भगवा एवं रामायण की चौपाइयों का दुरुपयोग किया है, इसको लेकर संत समाज खासा नाराज है. संत समाज का कहना है कि अगर इसी तरह से दोनों प्रत्याशी रामायण और भगवा शब्दों का अपमान करते रहे तो संत समाज इस चुनाव का विरोध करेगा. साधु संतों का कहना है कि दोनों प्रत्याशियों को चुनाव के लिए स्थानीय मुद्दों एवं स्थानीय समस्याओं को उठाना चाहिए, ताकि उन्हें लोगों का समर्थन मिल सके.
कुछ दिनों पहले बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कहा था कि भगवा पहनने से हर कोई साधु संत नहीं हो जाता है और राम सिया भारती ने रामायण की एक चौपाई का प्रयोग करते हुए कालनेमि शब्द का प्रयोग किया था. इन्हीं चीजों को लेकर संत समाज खासा नाराज है. संतों का कहना है कि दोनों प्रत्याशी राजनीति करें, चुनाव लड़ें, इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अपनी राजनीति में भगवा एवं रामायण को न लाएं.
संत समाज के संभागीय अध्यक्ष एवं निर्मोही अखाड़े के सदस्य राम किशोर दास महाराज का कहना है कि दोनों प्रत्याशियों को इन चीजों से बचना चाहिए, स्थानीय समस्याओं एवं मुद्दों को लेकर राजनीति करें आरोप-प्रत्यारोप में भगवा एवं रामायण को ना लाएं.