छतरपुर। जिले के अतिथि शिक्षक कमलनाथ सरकार की नीतियों से इन दिनों बेहद खफा हैं. अतिथि शिक्षक संघ ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. छतरपुर में करीब 200 से ज्यादा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और जिला शिक्षा अधिकारी को नियमित करने की मांग करते हुए आवेदन सौंपा.
सरकार की नीतियों से खफा अतिथि शिक्षकों का विरोध-प्रदर्शन, वादाखिलाफी का लगाया आरोप - Kamal Nath
छतरपुर जिले में अतिथि शिक्षक संघ ने कमलनाथ सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया और उन्हें नियमित करने की मांग की है.
सरकार की नीतियों से खफा अतिथि शिक्षकों का विरोध-प्रदर्शन
छतरपुर। जिले के अतिथि शिक्षक कमलनाथ सरकार की नीतियों से इन दिनों बेहद खफा हैं. अतिथि शिक्षक संघ ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. छतरपुर में करीब 200 से ज्यादा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और जिला शिक्षा अधिकारी को नियमित करने की मांग करते हुए आवेदन सौंपा.
Intro:जिला कलेक्ट्रेट में अतिथि शिक्षक संघ ने एक आवेदन देते हुए जमकर हंगामा किया इस बीच अतिथि शिक्षक लगातार कमलनाथ और कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे!
Body:छतरपुर जिले के जिला कलेक्ट्रेट में लगभग 200 से अधिक अतिथि शिक्षकों ने पहुंचकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक आवेदन दिया! दरअसल अतिथि शिक्षक संघ अतिथि शिक्षकों को नियमितीकरण एवं बाहर किए गए अतिथि शिक्षकों को वापस लेने की मांग कर रहा था जिसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक आवेदन जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया!
आवेदन देते वक्त अतिथि शिक्षक संघ लगातार कमलनाथ एवं कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे जब कलेक्ट्रेट के एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर आवेदन लेना चाहा तो अतिथि शिक्षक जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए काफी देर चले हो हल्ले के बाद आखिरकार जिला कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर पहुंचकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ का आवेदन लेने की बात कही जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी ने आवेदन लेते हुए शिक्षकों की मांग सुनी!
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने चुनाव के पहले जो वादे किए थे अब वह पूरी तरह से अपने वादों से मुकर गई है लंबे समय से स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों को बाहर निकाल दिया गया है साथ ही अतिथि शिक्षकों का वर्तमान में कोई भविष्य भी नहीं दिखाई दे रहा है कमलनाथ ने चुनाव के पहले अतिथि शिक्षकों को नियमित करने और उनके भविष्य को सुनिश्चित करने की बात कही थी लेकिन वर्तमान में हालात उसके ठीक विपरीत हैं!
बाइट_ रामकुमार कुशवाहा जिला अध्यक्ष
वहीं इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी एसके शर्मा का कहना है कि उन्होंने अतिथि शिक्षक संघ की तमाम बातें सुनी हैं और उनकी बातों को ऊपर तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे!
बाइट_जिला शिक्षा अधिकारी_एसके शर्मा
Conclusion: कलेक्ट्रेट में आवेदन देने पहुंचे अतिथि शिक्षक संघ के सदस्य काफी गुस्से में थे और इस बीच लगातार हंगामे के साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते रहे! अतिथि शिक्षक संघ के लोग किसी अन्य अधिकारी के हाथ से आवेदन देने को तैयार नहीं थे!
Body:छतरपुर जिले के जिला कलेक्ट्रेट में लगभग 200 से अधिक अतिथि शिक्षकों ने पहुंचकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक आवेदन दिया! दरअसल अतिथि शिक्षक संघ अतिथि शिक्षकों को नियमितीकरण एवं बाहर किए गए अतिथि शिक्षकों को वापस लेने की मांग कर रहा था जिसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक आवेदन जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया!
आवेदन देते वक्त अतिथि शिक्षक संघ लगातार कमलनाथ एवं कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे जब कलेक्ट्रेट के एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर आवेदन लेना चाहा तो अतिथि शिक्षक जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए काफी देर चले हो हल्ले के बाद आखिरकार जिला कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर पहुंचकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ का आवेदन लेने की बात कही जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी ने आवेदन लेते हुए शिक्षकों की मांग सुनी!
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने चुनाव के पहले जो वादे किए थे अब वह पूरी तरह से अपने वादों से मुकर गई है लंबे समय से स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों को बाहर निकाल दिया गया है साथ ही अतिथि शिक्षकों का वर्तमान में कोई भविष्य भी नहीं दिखाई दे रहा है कमलनाथ ने चुनाव के पहले अतिथि शिक्षकों को नियमित करने और उनके भविष्य को सुनिश्चित करने की बात कही थी लेकिन वर्तमान में हालात उसके ठीक विपरीत हैं!
बाइट_ रामकुमार कुशवाहा जिला अध्यक्ष
वहीं इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी एसके शर्मा का कहना है कि उन्होंने अतिथि शिक्षक संघ की तमाम बातें सुनी हैं और उनकी बातों को ऊपर तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे!
बाइट_जिला शिक्षा अधिकारी_एसके शर्मा
Conclusion: कलेक्ट्रेट में आवेदन देने पहुंचे अतिथि शिक्षक संघ के सदस्य काफी गुस्से में थे और इस बीच लगातार हंगामे के साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते रहे! अतिथि शिक्षक संघ के लोग किसी अन्य अधिकारी के हाथ से आवेदन देने को तैयार नहीं थे!