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छतरपुर जिला अस्पताल में 8 माह की गर्भवती वार्ड से पैदल चली और मौत आ गई

मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं भगवान भरोसे चल रही हैं. जिला अस्पतालों में भी घनघोर अव्यवस्थाएं हैं. छतरपुर के जिला अस्पताल में इलाज के अभाव में एक गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया. महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. ( pregnent woman die in govt. hospital)

District goverment hospital chhatarpur
छतरपुर जिला अस्पताल में महिला की मौत
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Published : Mar 17, 2022, 4:03 PM IST

छतरपुर। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं सालों से भंग हैं. नए कलेक्टर के आने के बाद थोड़ा माहौल सुधरने की उम्मीद थी लेकिन हालात जस के तस हैं. यहां डॉक्टर पहले तो मरीज का इलाज सही तरीके से नहीं करते और जब हालत बिगड़ने लगती है तो रेफर कर देते हैं. बुधवार को भी इलाज के अभाव में जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई.
रात दो बजे कराया था भर्ती

जिले के नंदलालपुरा गांव की रहने वाली 21 वर्षीय मृतक महिला सीमा पटेल को उसके परिजन देर रात 2 बजे जिला अस्पताल लाए थे. महिला 8 माह के गर्भ से थी, जिसके चलते उसे वार्ड में भर्ती किया गया था. डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था. गंभीर हालत के चलते डॉक्टरों ने उसे झाँसी रेफर कर दिया था. सीमा पटेल अपने परिजनों के साथ वार्ड के बाहर चलते हुए आ रही थी, तभी अचानक उसे चक्कर आया और वह जमीन पर गिर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
अस्पताल पर लापरवाही का आरोप

महिला के परिजनों का कहना है कि सीमा जब वार्ड में भर्ती थी तो उसे ऑक्सीजन लगा हुआ था. जब उसे वार्ड के बाहर निकाला गया तो ऑक्सीजन नहीं लगा था. इस वजह से वह गिर गई और उसकी मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां इलाज में बहुत लापरवाही होती है.

मध्य प्रदेश: लापरवाही पड़ी भारी, अस्पताल में 15 सालों से नहीं हुआ ऑडिट

अब जिला अस्पताल प्रशासन दे रहा सफाई

इस मामले में जिला अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला को हाई रिस्क के चलते रेफर किया गया था. हम लगातार महिला के स्वास्थ्य को लेकर प्रयास कर रहे थे, लेकिन परिजनों ने उसे झांसी ले जाने में देर कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. ( pregnent woman die in govt. hospital)

छतरपुर। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं सालों से भंग हैं. नए कलेक्टर के आने के बाद थोड़ा माहौल सुधरने की उम्मीद थी लेकिन हालात जस के तस हैं. यहां डॉक्टर पहले तो मरीज का इलाज सही तरीके से नहीं करते और जब हालत बिगड़ने लगती है तो रेफर कर देते हैं. बुधवार को भी इलाज के अभाव में जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई.
रात दो बजे कराया था भर्ती

जिले के नंदलालपुरा गांव की रहने वाली 21 वर्षीय मृतक महिला सीमा पटेल को उसके परिजन देर रात 2 बजे जिला अस्पताल लाए थे. महिला 8 माह के गर्भ से थी, जिसके चलते उसे वार्ड में भर्ती किया गया था. डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था. गंभीर हालत के चलते डॉक्टरों ने उसे झाँसी रेफर कर दिया था. सीमा पटेल अपने परिजनों के साथ वार्ड के बाहर चलते हुए आ रही थी, तभी अचानक उसे चक्कर आया और वह जमीन पर गिर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
अस्पताल पर लापरवाही का आरोप

महिला के परिजनों का कहना है कि सीमा जब वार्ड में भर्ती थी तो उसे ऑक्सीजन लगा हुआ था. जब उसे वार्ड के बाहर निकाला गया तो ऑक्सीजन नहीं लगा था. इस वजह से वह गिर गई और उसकी मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां इलाज में बहुत लापरवाही होती है.

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अब जिला अस्पताल प्रशासन दे रहा सफाई

इस मामले में जिला अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला को हाई रिस्क के चलते रेफर किया गया था. हम लगातार महिला के स्वास्थ्य को लेकर प्रयास कर रहे थे, लेकिन परिजनों ने उसे झांसी ले जाने में देर कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. ( pregnent woman die in govt. hospital)

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