छतरपुर । जिले से 20 किलोमीटर बसा कर्री गांव के लोगों ने अपनी समस्या को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि चुनाव के वक्त तो वोट मांगने के लिए बड़े-बड़े वादे किए जाते है , पर चुनाव होते ही पूरी तरह से वादे और गांव की समस्या को दरकिनार कर दिया जाता है .
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में ना पक्की सड़क है, ना ही पीने के लिए पानी है . कुएं की हालत तो ऐसी है जैसे वो नाला हो, चुनाव के समय विधायक और सरपंच वोट मांगने आते है तब गांव की स्थिति को सुधारने का आश्वासन देते है पर जैसे ही चुनाव खत्म हो जाते है , सारे वादे और आश्वासन धूंधले पड़ जाते है .
वहीं गांव की हालत से परेशान महिला कहती है कि अगर शासन की योजना का लाभ ना मिलने के बारे में सरपंच से कहा जाए तो सरपंच हम क्या कर सकते हैं यह बात होलकर डांट देता है . वहीं बात करें राशन की तो 3 महीने का राशन चढ़ाया जाता है पर मिलता सिर्फ एक महीने का है .
प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों में भी सरपंच और सचिव द्वारा गमन किया गया है .अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने शासन की योजनाओं का सही ढ़ंग से लाभ दिलाने के लिए फरियाद की है.