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पन्ना टाइगर रिजर्व को किया जाएगा डेवलप,इसको लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक - केएस भदौरिया

पन्ना टाइगर रिजर्व में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों बैठक हुई, जिसमें पार्क डेवलपमेंट पर चर्चा की गई.

पन्ना टाइगर रिजर्व को किया जाएगा डेवलप
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Published : Sep 21, 2019, 9:50 AM IST

छतरपुर। पन्ना टाइगर रिजर्व के कर्णावती व्याख्यान रिसोर्ट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सागर संभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें पार्क डेवलपमेंट के 6 बिंदुओं पर अधिकारियों ने चर्चा की. साथ ही क्षेत्र के विधायकों ने बताया गया कि रहवासी उनके इलाकों को जंगलों के वन्य प्राणियों से कैसे सुरक्षित रखें. इसके लिए अधिकारियों को ठोस कदम उठाना चाहिए.

पन्ना टाइगर रिजर्व को किया जाएगा डेवलप


पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक केएस भदौरिया ने बताया कि अजयगढ़ बफर जोन क्षेत्र में भी नाइट सफारी करने की तैयारी की जा रही है. और साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले तमाम गांव को डेवलप करने को लेकर चर्चा की गई, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि पन्ना से अमानगंज मार्ग पर पड़ने वाले अकोला गांव में नाइट सफारी शुरू हो गई है. आने वाले समय में अजयगढ़ क्षेत्र में भी नाइट सफारी प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि टाइगर रिजर्व क्षेत्र से लगे होटलों की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं जिसके लिए पन्ना टाइगर रिजर्व से अनुमति लेना आवश्यक है.


वहीं राजनगर विधायक विक्रम सिंह नातीराजा बताया कि रहवासी उनके इलाकों से जंगली जानवरों से कैसे सुरक्षित रख सकते है इस पर विशेष चर्चा की गई साथ किस तरह पिछड़े जंगली इलाकों का विकास कैसे किया जाए इस पर जोर दिया गया है.

छतरपुर। पन्ना टाइगर रिजर्व के कर्णावती व्याख्यान रिसोर्ट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सागर संभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें पार्क डेवलपमेंट के 6 बिंदुओं पर अधिकारियों ने चर्चा की. साथ ही क्षेत्र के विधायकों ने बताया गया कि रहवासी उनके इलाकों को जंगलों के वन्य प्राणियों से कैसे सुरक्षित रखें. इसके लिए अधिकारियों को ठोस कदम उठाना चाहिए.

पन्ना टाइगर रिजर्व को किया जाएगा डेवलप


पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक केएस भदौरिया ने बताया कि अजयगढ़ बफर जोन क्षेत्र में भी नाइट सफारी करने की तैयारी की जा रही है. और साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले तमाम गांव को डेवलप करने को लेकर चर्चा की गई, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि पन्ना से अमानगंज मार्ग पर पड़ने वाले अकोला गांव में नाइट सफारी शुरू हो गई है. आने वाले समय में अजयगढ़ क्षेत्र में भी नाइट सफारी प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि टाइगर रिजर्व क्षेत्र से लगे होटलों की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं जिसके लिए पन्ना टाइगर रिजर्व से अनुमति लेना आवश्यक है.


वहीं राजनगर विधायक विक्रम सिंह नातीराजा बताया कि रहवासी उनके इलाकों से जंगली जानवरों से कैसे सुरक्षित रख सकते है इस पर विशेष चर्चा की गई साथ किस तरह पिछड़े जंगली इलाकों का विकास कैसे किया जाए इस पर जोर दिया गया है.

Intro: पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को कैसे विकास किया जाए इस पर की गई चर्चा
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सागर संभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों हुई बैठक
खजुराहो के पास पन्ना टाइगर रिजर्व के कर्णावती व्याख्यान रिसोर्ट में बैठक हुई संपन्न
क्षेत्र के विधायकों द्वारा बताया गया कि रहवासी इलाकों से जंगलों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है Body:स्लग :- *पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु की गई बैठक*

पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को कैसे विकास किया जाए इस पर की गई चर्चा
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सागर संभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों हुई बैठक
खजुराहो के पास पन्ना टाइगर रिजर्व के कर्णावती व्याख्यान रिसोर्ट में बैठक हुई संपन्न
क्षेत्र के विधायकों द्वारा बताया गया कि रहवासी इलाकों से जंगलों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है साथ ही पन्ना टाइगर जिगर के अंतर्गत आने वाले तमाम गांव को कैसे डिवलप किया जा सकता है इस पर भी विशेष चर्चा की गई राजस्थान पूर्व विधायक द्वारा आवेदन देकर मंजूरी मांगी है किस तरह पिछड़े जंगली लाखों का विकास किया जा सकता है ।

वाईट :- के एस भदौरिया क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व

वाईट :- विक्रम सिंह नातीराजा राजनगर विधायक।Conclusion:क्षेत्र के विधायकों द्वारा बताया गया कि रहवासी इलाकों से जंगलों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है साथ ही पन्ना टाइगर जिगर के अंतर्गत आने वाले तमाम गांव को कैसे डिवलप किया जा सकता है इस पर भी विशेष चर्चा की गई राजस्थान पूर्व विधायक द्वारा आवेदन देकर मंजूरी मांगी है किस तरह पिछड़े जंगली लाखों का विकास किया जा सकता है ।
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