छतरपुर। लॉकडाउन से जहां आम जनता परेशान हुई है. जबकि कर्मचारी वर्ग भी परेशान होता जा रहा है. जिले के शिक्षा विभाग में दो महीने से प्राथमिक शिक्षकों वेतन नहीं मिला है. जिससे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है. वेतन न मिलने से शिक्षक परेशान है. उनका का कहना है कि प्राचार्य और अधिकारियों की मनमर्जी के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षक आखिर शिकायत करें भी तो कहां करें जांच तो उन्हीं अधिकारियों को मिलती है जिनको वेतन निकालना है.
जून और जुलाई का महीना बच्चों के एडमिशन का होता है और इसी महीने में बच्चों की पढ़ाई का खर्चा अधिक होता है. भले ही लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद रहे हो लेकिन अनलॉक 2 में कई संस्थानों ने ऑनलाइन पढ़ाई जैसी व्यवस्थाएं खोल दी हैं. कई संस्थानों की फीस भरने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिसको लेकर अब शिक्षक वर्ग चिंतित हैं. वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भी कोई सही फैसला नहीं ले पा रहे है. जबकि वेतन न मिलने से उनके घर का आर्थिक बजट भी बिगड़ गया है.
मामले में शिक्षा अधिकारी व्हीके सक्सेना का कहना है कि महाराजपुर संकुल के द्वारा सेवा पुस्तिकाओं की फीडिंग नहीं कराई गई है. जिसके कारण पूरे नौगांव ब्लॉक के शिक्षकों की सैलरी 2 महीने से रुकी हुई है. महाराजपुर संकुल के प्राचार्य और लेखापाल के नाम नोटिस जारी कर दिया है यदि जल्द से जल्द फिटिंग नहीं कराई जाती तो कार्रवाई की जाएगी.