छतरपुर। एक ओर जहां देश आधुनिक टेक्नोलॉजी की ओर कदम बढ़ा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के कुछ जिलों में ऐसे भी गांव हैं, जहां आज भी लोग बिजली के लिए तरस रहे हैं. कुछ दिनों में दीपावली है. पूरा शहर जहां दीयों संग रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाएगा, तो वहीं छतरपुर जिले के इस छोटे से गांव बिदासन पुरवा के लोग अंधेरे में ही अपनी दीपावली मनाएंगे.
बिदासन पुरवा गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. कई बार ग्रामीण एकजुट होकर बिजली विभाग में आवेदन भी दे चुके हैं, फिर भी कुछ नहीं बदला. अधिकारियों के द्वारा घरों में मीटर लगाने और बिजली देने की बात तो कही गई, लेकिन उसका अमल नहीं किया गया.
कर रहे परेशानियों का सामना
बिदासन पुरवा में लाइट न होने की वजह से यहां रहने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शाम ढलते ही पूरा गांव अंधेरे में डूब जाता है. लाइट न होने की वजह से यहां रहने वाले बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बच्चे अपनी पूरी पढ़ाई लालटेन या दीए-मोमबत्ती की रोशनी में पूरी करते हैं. बच्चों को परीक्षा के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. गांव वालों की माने तो शाम होते ही बच्चे घरों से निकलना बंद कर देते हैं. गांव में कीड़े-मकोड़ों के काटने का भी डर रहता है.
इस मामले में गांव के सरपंच अखिलेश पटेल का कहना है कि वे ग्रामीणों के साथ कई बार बिजली विभाग गए. पर वहां के अधिकारी सही- सही जवाब नहीं देते हैं. हालांकि गांव में कृषि कार्यों के लिए लाइट मौजूद है, पर जब कभी ये किसान अपने घरों में लाइट के लिए बोलते हैं, तो उनकी मांगों को दरकिनार कर दिया जाता है. अखिलेश पटेल का कहना है कि वे खुद भी कई बार बिजली विभाग के लोगों से मिले हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
इस मामले में महाराजपुर तहसीलदार का कहना है कि, इस मामले में वे जल्द ही बिजली विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे और ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर किन वजहों से इस गांव में बिजली नहीं है. साथ ही जल्द से जल्द गांव में लाइट पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.