छतरपुर। जिले के ग्राम जसगुवा में हर एक व्यक्ति की आखें नम थीं क्योकिं गांव का बेटे का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा था. जिसके अंतिम दर्शन करने दूर-दूर से लोग पहुंच रहे थे. बीते दिनों स्वास्थ्य खराब होने चलते सीआरपीएफ जवान छेदीलाल का निधन हो गया था.जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा.
निर्धन परिवार में जन्में छेदीलाल पिछले 25 वर्षो से केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स में सेवाएं दे रहे थे. वर्तमान में वे दिल्ली में हेडकांस्टेबल के पद पर तैनात थे. सेना के एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में दिल्ली जाते वक्त रास्ते में उनका निधन हो गया. जिसके बाद शहीद छेदीलाल का शव गांव पहुंचा तो पूरे गांव में मातम छा गया.
अंतिम यात्रा में चल रहे लोग एक ही नारा लगा रहे थे 'छेदीलाल अमर रहे'. हर कोई अपने गांव के लाल को श्रद्धांजलि देना चाहता था. इसलिए उनकी अंतिम यात्रा में लोगों का कई किलोमीटर लंबा काफिला चल रहा था. श्मशान पहुंचने के बाद सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ आर्नर देकर विदा किया गया.
शहीद की विदाई और शव यात्रा में विधायक राजेश बबलू शुक्ला, पुलिस अधिकारी और सेना के अधिकारी और जवानों के साथ हजारों ग्रामीण मौजूद रहे. जिन्होंने शहीद को नमन कर अंतिम विदाई दी.