छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक बार फिर दहेज के दानव ने एक नवविवाहिता (dowry death )की जान ले ली. परिवार के लोगों का ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए लगातार दबाव बनाने और मारपीट करने के आरोप लगाए हैं. मृतक (Married woman commits suicide)के पिता का आरोप है कि दहेज के लिए बार-बार दबाव डालने के कारण बेटी ने सल्फास की गोलियां खाकर जान दे दी.
दहेज का दबाव, बेटी ने दी जान
मृतक नवविवाहिता के पिता का कहना है कि उसका दामाद मेरी बेटी पर दहेज के लिए लगातार दबाव बनाता था. शादी के बाद 1 लाख की मांग की गई थी. इतने पैसे एक साथ ना होने की वजह से मैंने अपने दामाद को 1 लाख रुपए चुकाने के लिए दो किस्तों में रुपये देने के लिए कह दिया था. 50 हजार रुपए की एक किस्त दे (dowry in installment ) भी चुका था. बकाया 50 हजार के लिए ससुराल पक्ष के लोग लगातार मेरी बेटी को परेशान कर रहे थे, जिसकी वजह से उसने सल्फास की गोली खा ली, जिससे उसकी मौत हो गई.
'दहेज के लिए बेटी को कई बार पीटा'
इमलिया निवासी रामस्वरूप अवस्थी ने अपनी बेटी अंकिता की शादी गढ़ीमलहरा निवासी विष्णु अरजरिया से 6 दिसम्बर(chhatarpur dowry death) को की थी. अंकिता पढ़ी लिखी ग्रेजुएट लड़की थी. माता-पिता ने शादी के समय अपनी बेटी को अपनी क्षमता के अनुसार दान देहज भी दिया था. पिता का आरोप है कि शादी के कुछ दिनों तक तो सब ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ महीनों बाद बेटी को दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा. जिसके लिए उसके साथ कई बार मारपीट तक की गई. शादी को अभी एक साल भी नही हुआ था और दहेज के लोभियों ने मेरी बेटी की जान ले ली.
किस्तों में दहेज दे रहा था पिता
मृतक के पिता रामस्वरूप अवस्थी का कहना है कि मेरा दामाद बेटी को 1 लाख रुपये के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहा था. 50 हजार की एक की किस्त मैं दे भी चुका था. 50 हजार की अगली किस्त दे पाता, इससे पहले मेरी बेटी ने परेशान होकर सल्फास की गोलियां खा ली. घटना के बाद उसे डॉक्टर के पास ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.