छतरपुर। एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट-घट में लेटा, एक राम है सर्वव्यापी. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने के लिए दशकों से चल रहे विवाद के चलते हर कोई जानता है, लेकिन आज एक ऐसे राम मंदिर का जिक्र कर रहा हूं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं, जहां भगवान राम की हर सुख-सुविधा का इंतजाम किया गया है. श्री जानकी निवास मंदिर का निर्माण 250 साल पहले बिजावर रियासत के महाराजा सावंत सिंह ने करवाया था.
मंदिर के आस पास के लोगों की भगवान राम में गहरी आस्था है, मंदिर के पुजारी बताते हैं कि रोजाना भगवान राम यहां रात्रि विश्राम के लिए आते हैं और सुबह चले जाते हैं. लिहाजा, रोजाना शयन कक्ष की सफाई के साथ ही उनके लिए बिस्तर भी लगाया जाता है.
यही वजह है कि मंदिर में भगवान राम के जरूरत के हिसाब से सभी सुविधाएं मुहैया करायी गई हैं. मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही श्रीराम जानकी का दरबार है, जहां भक्तों को भगवान के दर्शन होते हैं, इसके ऊपर ही भगवान का शयन कक्ष है.
इस मंदिर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी रहती है क्योंकि आस्था का केंद्र होने के साथ ही यहां रखा साजो-सामान सैकड़ों साल पुराना और बेशकीमती भी है, लेकिन राम तो यहां हर दिल में बसते हैं क्योंकि राम यहां जन-जन की आस्था हैं.