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एमपी का केदारनाथ है जटाशंकर धाम, तीन लाख श्रद्धालु बाबा के कर चुके हैं दर्शन - jatashankar dham bijawar

जटाशंकर धाम में लगा भक्तों का तांता,दूर-दूर से पहुंच रहे श्रद्धालु दर्शन करने के लिए,भंडारे का भी हुआ आयोजन.

जटाशंकर धाम में लगा भक्तों का तांता
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Published : Aug 12, 2019, 10:11 AM IST

बिजावर। सावन माह के पावन पर्व पर शिव के दरबार में भक्तों का तांता लगा हुआ है. भोलेनाथ को खुश करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंचकर पूजा-पाठ कर रहे हैं. छतरपुर जिले से 54 किलोमीटर दूर बिजावर तहसील में स्थित केदारनाथ के नाम से मशहूर तीर्थ स्थल जटाशंकर धाम है जहां सावन माह में अब तक तीन लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

तीन लाख श्रद्धालु बाबा के कर चुके हैं दर्शन

पर्वत श्रृंखला पर स्थित जटाशंकर धाम में लोगों की गहरी आस्था है,यहां दूर-दूर से श्रद्धालु टोली बनाकर पदयात्रा करते हुए शिव के दर्शन के लिए आते हैं.

सावन माह में जटाशंकर मंदिर में पूजा करने का विशेष महत्व रहता है. इस मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है,जिसका प्रसाद लेने दूर-दूर से लोग आते हैं.यहां श्रद्धालुओं के द्वारा शिवलिंग निर्माण का कार्यक्रम भी आयोजित होता है जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं.


जटाशंकर धाम में भक्तों की काफी आस्था है. यहां तीन सींग वाले नंदी महाराज के दर्शन होते हैं. यहां (गौ मुख) गाय के मुंह से हरदम झरना गिरता रहता है जिसमें स्नान कर श्रद्धालुओं को आनंद की अनुभूति होती है.

बिजावर। सावन माह के पावन पर्व पर शिव के दरबार में भक्तों का तांता लगा हुआ है. भोलेनाथ को खुश करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंचकर पूजा-पाठ कर रहे हैं. छतरपुर जिले से 54 किलोमीटर दूर बिजावर तहसील में स्थित केदारनाथ के नाम से मशहूर तीर्थ स्थल जटाशंकर धाम है जहां सावन माह में अब तक तीन लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

तीन लाख श्रद्धालु बाबा के कर चुके हैं दर्शन

पर्वत श्रृंखला पर स्थित जटाशंकर धाम में लोगों की गहरी आस्था है,यहां दूर-दूर से श्रद्धालु टोली बनाकर पदयात्रा करते हुए शिव के दर्शन के लिए आते हैं.

सावन माह में जटाशंकर मंदिर में पूजा करने का विशेष महत्व रहता है. इस मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है,जिसका प्रसाद लेने दूर-दूर से लोग आते हैं.यहां श्रद्धालुओं के द्वारा शिवलिंग निर्माण का कार्यक्रम भी आयोजित होता है जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं.


जटाशंकर धाम में भक्तों की काफी आस्था है. यहां तीन सींग वाले नंदी महाराज के दर्शन होते हैं. यहां (गौ मुख) गाय के मुंह से हरदम झरना गिरता रहता है जिसमें स्नान कर श्रद्धालुओं को आनंद की अनुभूति होती है.

Intro:स्पेशल--
बिजावर
सावन माह में साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन -

साबन का माह में भगबान शिव की पूजा का विशेष महत्व है भक्त भगवान भोलेनाथ को साबन के महीने में खुश करने लिए विभिन्न-विभिन्न प्रकार से विशेष पूजा - पाठ करते है ऐसे ही एक भोंलेनाथ का स्थान छतरपुर जिले से 54 किलोमीटर बिजावर तहसील से 15 किलोमीटर में स्थित बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले प्रसिद्ध तीर्थ स्थल जटाशंकर धाम में जहां अब तक साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया

Body:
पर्वत श्रृंखला पर स्थित इस जटाशंकर धाम में लोगो की गहरी आस्था है जहाँ महिलाए भक्ति गीतों को गुनगुनाते हुए जाती है जिनके साथ बच्चे भी शामिल रहते है जो टोली की टोली बनाकर दर्जनों में निकलती है यहां श्रद्धालु दूर-दूर से कई किलोमीटर की पदयात्रा कर भोंलेनाथ के दरवार में पहुंचकर अपनीं मनोकामना की विनती करते है
यहाँ भक्तो को प्रकृति की सोन्दर्यता एवं शांति की अनुभूति होती है
यहाँ साबन माह में विशेष महत्व रहता है यहाँ श्रद्धालुओं के द्वारा बड़े-बड़े भण्डारो का आयोजन किया जाता है दूर-दूर से भक्तो को भंडारे का प्रसाद वितरण होता है
यहां श्रद्धालुओं के द्वारा शिवलिंग निर्माण का कार्यक्रम भी आयोजित होता है जहाँ बड़ी शंख्या में भक्त भाग लेते है

Conclusion:
जटाशंकर धाम में भक्तो को तीन सींग बाले नंदी महाराज के दर्शन होते है
त्रिवेणी जलकुंड जिसे गंगा-जमुना-सरस्वती नाम से जाना जाता है जिसके के जल से सभी रोग निरोग हो जाते है
यहाँ (गौ मुख) गाय के मुँह से हरदम झरना गिरता रहता है जिसमें श्रद्धालुओं की पूरी थकान मिट जाती है और आनंद की अनुभूति होती है
चारो ओर भक्ति गीतों का संगीत सुनाई देता है यह धार्मिक स्थल चारो से हरे-भरे जंगल से भरा पड़ा है


बाईट-1- राधे ( श्रद्धालु 50 किलोमीटर की पदयात्रा कर पहुँचे)
बाईट-2- अरविंद अग्रवाल (अध्यक्ष लोकन्यास जटाशंकर धाम)
स्पेशल -
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