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छतरपुर में भारी बारिश से किसानों की फसल तबाह, लाखों का नुकसान

छतरपुर जिले में बारिश की वजह से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. मत्स्य पालन करने वालों को मत्स्य बीज बह जाने से काफी नुकसान हुआ है.

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छतरपुर में भारी बारिश से किसानों की फसलें हुईं तबाह
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Published : Aug 28, 2020, 7:40 AM IST

Updated : Aug 28, 2020, 8:03 AM IST

छतरपुर। जिले में मूसलाधार बारिश के कारण नदी और नालों में पानी का बहाव तेज हो गया है. राजनगर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम कर्री में बने बेतला तालाब फूटने से किसानों की लाखों रुपयों की फसल नष्ट हो गई है, वहीं मत्स्य पालन करने वाले समूहों को मत्स्य बीज बह जाने से नुकसान हुआ है.

छतरपुर में भारी बारिश से किसानों की फसल तबाह

किसानों ने बताया कि ग्राम के बेतला पर बने तालाब फूटने से खेतों में खड़ी फसलों में 4 फिट पानी भरा है. एक किसान ने बताया कि वो 8 एकड़ में फसल बोए हुए हैं, लेकिन पानी भरने की वजह से लाखों रुपये नुकसान हो गया है. किसानों ने बताया कि पूर्व में उन्होंने कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार को लिखित में शिकायत भी की, लेकिन पिछले कई सालों से नुकसान की भरपाई प्रशासन के द्वारा अभी तक नहीं की गई है.

कर्री के तालाब में मछलियों का व्यापार करने वाले किसान आकाश रैकवार ने बताया कि तालाब फूटने से मछलियों का बीज बह गया है. बड़ी-बड़ी बीज तेज बहाव होने के कारण मर गई हैं. शासन-प्रशासन को पूर्व में सूचना दी गई थी कि यदि समय रहते तालाब के ऊना की मरम्मत नहीं की गई तो भविष्य में ये फुट सकता है.

छतरपुर। जिले में मूसलाधार बारिश के कारण नदी और नालों में पानी का बहाव तेज हो गया है. राजनगर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम कर्री में बने बेतला तालाब फूटने से किसानों की लाखों रुपयों की फसल नष्ट हो गई है, वहीं मत्स्य पालन करने वाले समूहों को मत्स्य बीज बह जाने से नुकसान हुआ है.

छतरपुर में भारी बारिश से किसानों की फसल तबाह

किसानों ने बताया कि ग्राम के बेतला पर बने तालाब फूटने से खेतों में खड़ी फसलों में 4 फिट पानी भरा है. एक किसान ने बताया कि वो 8 एकड़ में फसल बोए हुए हैं, लेकिन पानी भरने की वजह से लाखों रुपये नुकसान हो गया है. किसानों ने बताया कि पूर्व में उन्होंने कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार को लिखित में शिकायत भी की, लेकिन पिछले कई सालों से नुकसान की भरपाई प्रशासन के द्वारा अभी तक नहीं की गई है.

कर्री के तालाब में मछलियों का व्यापार करने वाले किसान आकाश रैकवार ने बताया कि तालाब फूटने से मछलियों का बीज बह गया है. बड़ी-बड़ी बीज तेज बहाव होने के कारण मर गई हैं. शासन-प्रशासन को पूर्व में सूचना दी गई थी कि यदि समय रहते तालाब के ऊना की मरम्मत नहीं की गई तो भविष्य में ये फुट सकता है.

Last Updated : Aug 28, 2020, 8:03 AM IST
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