छतरपुर। पुलिस ने क्षेत्रीय विधायक नीरज दीक्षित के प्रतिनिधि घनश्याम पटेल की हत्या का मामला सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में से तीन सगे भाई हैं, जबकि 4 उनके दोस्त हैं. पुलिस ने बताया कि भाइयों ने एक साल पहले हुई पुरानी रंजिश के कारण वारदात को अंजाम दिया है. बता दें कि गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र में 16-17 फरवरी की रात धनश्याम पटेली की हत्या की गई थी.
बुराई के चलते इस वारदात को अंजाम दिया था
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि 16 फरवरी की रात हमेशा की तरह घनश्याम पटेल घर से अपने खेत पर सोने के लिए गया था. अपराधियों ने देर रात धारदार हथियारों से उसकी हत्या कर दी. अगले दिन उनके बेटे ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद से ही पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार और धनश्याम का मोबाइल और वारदात में प्रयुक्त मोटर साईकिल भी बरामद की.
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ये है पूरा मामला
एसपी ने आगे बताया कि मृतक विधायक प्रतिनिधि होने के कारण यह मामला काफी सनसनीखेज हो गया था. मामले को सुलझाने के लिए एक टीम गठित कर आरोपियों पर 5 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था. मामले में पता लगा कि एक साल पहले धनश्याम ने पड़ोस में रहने वाले मिथलेश श्रीवास, रघुराज और अशोक श्रीवास के साथ मारपीट की थी. इसी बात से गुस्साए आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया. मुख्य आरोपी दिल्ली में मजदूरी करता था, जो कोरोना काल के कारण वापस लौट आया था. उसने पुरानी रंजिश को अंजाम देने के लिए अपने भाइयों को तैयार किया और दोस्तों को यह कहकर बुलाया कि घनश्याम के खेत पर काफी धन रखा है. दोस्तों ने चोरी की लालच में उसका साथ दिया. फिर मौके पर पहुंचकर उसने उसकी धारदार से हत्या कर दी. इस मामले में जो अहम जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक आरोपी मिथलेश शातिर चोर भी है. उसने दो चोरियां भी कबूल कर ली हैं.