ETV Bharat / state

मंत्री बोले- जल्द आएगा फसल नुकसान का पैसा, किसान बोल रहे- बिना सर्वे कैसे संभव मुआवजा

शासन के अधिकारी एवं मंत्री लगातार बोल रहे हैं कि जो नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा दिया गया है और जल्द ही किसानों के खाते में नुकसान की राशि पहुंच जाएगी. वहीं किसान इस बात को लेकर हैरान हैं कि फसल नुकसान का कोई आकलन किया ही नहीं गया है तो मुआवजा कैसे आएगा.

Farmers worried about crop loss
मुआवजा न मिलने से किसान परेशान
author img

By

Published : Nov 30, 2019, 1:47 PM IST

छतरपुर। बुंदेलखंड का किसान एक बार फिर असमंजस में है. इस बार असमंजस की स्थिति मौसम को लेकर नहीं, बल्कि सरकार के मंत्री एवं अधिकारियों को लेकर है. अतिवृष्टि के कारण पिछली फसल में किसानों को भारी नुकसान हुआ था. मध्यप्रदेश शासन के अधिकारी एवं मंत्री लगातार बोल रहे हैं कि जो नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा दिया गया है और जल्द ही किसानों के खाते में नुकसान की राशि पहुंच जाएगी. वहीं बुंदेलखंड के ज्यादातर किसान इस बात को लेकर हैरान हैं कि जब फसल नुकसान का कोई आकलन किया ही नहीं गया है तो मुआवजा कैसे आएगा.

बिना सर्वे कैसे मिलेगा मुआवजा ?

वहीं सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह भी इस बात को कह रहे हैं कि सर्वे करा लिया गया है. अतिवृष्टि में किसानों को जो नुकसान हुआ है उसका पैसा भी उन्हें जल्द दे दिया जाएगा. छतरपुर जिले के आसपास के गांवों के किसान खरीफ की फसल में हुए नुकसान से खासे चिंतित हैं. किसानों को अब इस बात की उम्मीद नहीं है कि उन्हें खराब हुई फसल का कोई मुआवजा मिलेगा.

किसान रतिराम बताते हैं कि उन्होंने उड़द, सोयाबीन और तिल की फसल बोई थी. अतिवृष्टि के चलते फसल खराब हो गई और काफी नुकसान भी हुआ. फसल के नुकसान को लेकर वो पटवारी के पास भी गए थे, लेकिन कोई भी सर्वे नहीं किया गया है.

वहीं छतरपुर जिले के एडीएम प्रेम सिंह चौहान लगातार इस बात को कह रहे हैं कि उन्होंने पटवारी और आर आई को भेजकर सर्वे करा लिया है और जल्द ही जो अतिवृष्टि में नुकसान हुआ है उसका मुआवजा किसानों को दे दिया जाएगा.

छतरपुर। बुंदेलखंड का किसान एक बार फिर असमंजस में है. इस बार असमंजस की स्थिति मौसम को लेकर नहीं, बल्कि सरकार के मंत्री एवं अधिकारियों को लेकर है. अतिवृष्टि के कारण पिछली फसल में किसानों को भारी नुकसान हुआ था. मध्यप्रदेश शासन के अधिकारी एवं मंत्री लगातार बोल रहे हैं कि जो नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा दिया गया है और जल्द ही किसानों के खाते में नुकसान की राशि पहुंच जाएगी. वहीं बुंदेलखंड के ज्यादातर किसान इस बात को लेकर हैरान हैं कि जब फसल नुकसान का कोई आकलन किया ही नहीं गया है तो मुआवजा कैसे आएगा.

बिना सर्वे कैसे मिलेगा मुआवजा ?

वहीं सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह भी इस बात को कह रहे हैं कि सर्वे करा लिया गया है. अतिवृष्टि में किसानों को जो नुकसान हुआ है उसका पैसा भी उन्हें जल्द दे दिया जाएगा. छतरपुर जिले के आसपास के गांवों के किसान खरीफ की फसल में हुए नुकसान से खासे चिंतित हैं. किसानों को अब इस बात की उम्मीद नहीं है कि उन्हें खराब हुई फसल का कोई मुआवजा मिलेगा.

किसान रतिराम बताते हैं कि उन्होंने उड़द, सोयाबीन और तिल की फसल बोई थी. अतिवृष्टि के चलते फसल खराब हो गई और काफी नुकसान भी हुआ. फसल के नुकसान को लेकर वो पटवारी के पास भी गए थे, लेकिन कोई भी सर्वे नहीं किया गया है.

वहीं छतरपुर जिले के एडीएम प्रेम सिंह चौहान लगातार इस बात को कह रहे हैं कि उन्होंने पटवारी और आर आई को भेजकर सर्वे करा लिया है और जल्द ही जो अतिवृष्टि में नुकसान हुआ है उसका मुआवजा किसानों को दे दिया जाएगा.

Intro:बुंदेलखंड का किसान एक बार फिर असमंजस की स्थिति में है इस बार असमंजस की स्थिति मौसम को लेकर नहीं है बल्कि सरकार के मंत्री एवं अधिकारियों को लेकर है अतिवृष्टि के चलते पिछली फसल में किसानों को भारी नुकसान हुआ था जिसके चलते मध्य प्रदेश शासन के अधिकारी एवं मंत्री लगातार इस बात को कह रहे हैं कि अतिवृष्टि में जो नुकसान हुआ है उसका मोबाइल ना करा दिया गया है और जल्द ही किसानों के खाते में नुकसान की राशि पहुंच जाएगी तो वही बुंदेलखंड के ज्यादातर किसान इस बात को लेकर हैरान हैं कि जब फसल नुकसान का कोई आकलन किया ही नहीं गया है तो मुआवजा कैसे आएगा!

वही सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह भी इस बात को कह रहे हैं कि सर्वे करा लिया गया है अतिवृष्टि में जो किसानों को नुकसान हुआ है उसका पैसा भी उन्हें जल्द दे दिया जाएगा!


Body:बुंदेलखंड के क्षेत्र में अति वर्षा के चलते ज्यादातर किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है जिसको लेकर किसान खासे परेशान हैं अब किसानों को आने वाली नई फसल से उम्मीदें जगी हैं लेकिन पिछली फसल में किसानों को जो नुकसान हुआ था उसको लेकर अधिकारी एवं मध्य प्रदेश शासन के मंत्री लगातार सभी की बात कहते हुए फसल नुकसान का पैसा देने की बात कह रहे हैं तो वही किसान इस बात से हैरान है कि जब किसी के द्वारा नुकसान का आकलन किया ही नहीं गया है तो आखिर पैसा किस हिसाब से किसानों को दिया जाएगा!

छतरपुर जिले के आसपास के लगे गांव के किसान खरीफ की फसल को लेकर हुए नुकसान से खासे चिंतित हैं किसानों को अब इस बात की उम्मीद नहीं है कि उन्हें खराब हुई फसल का कोई मुआवजा मिलेगा तो वही सरकारी अमला लगातार हुए नुकसान का मुआवजा देने की बात कह रहा है सरकारी अमले की मानें तो सर्वे करा लिया गया है और जल्दी पैसा किसानों के खातों में भेज दिया जाएगा लेकिन किसान अधिकारियों की इस बात से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखता है किसानों की मानें तो फसल खराब होने के बाद से उन्होंने खुद स्थानीय पटवारी एवं अन्य अधिकारियों से फसल में हुए नुकसान के मुआवजे को लेकर बात कही थी लेकिन ना तो कोई सरकार का नुमाइंदा उनके पास पहुंचा और ना ही फसल का कोई सर्वे किया गया ऐसे में अगर मुआवजा देने की बात आती भी है तो सरकार मुआवजा किस हिसाब से और कैसे देगी!

किसान रतिराम बताते हैं कि उन्होंने उड़द सोयाबीन एवं तिल की फसल बोई थी अतिवृष्टि के चलते फसल खराब हो गई काफी नुकसान भी हुआ फसल नुकसान को लेकर पटवारी के पास भी गए थे लेकिन कोई भी सर्वे नहीं किया गया है!

बाइट_किसान (रतिराम)

वहीं दूसरे किसान सुबह लाल साहू बताते हैं कि उन्होंने भी अपनी कई एकड़ की फसल में सोयाबीन एवं उड़द की फसल बोई थी दोनों में भारी नुकसान हुआ है किसी भी प्रकार का कोई सर्वे नहीं किया गया है सर्वे तो दूर की बात है कोई सरकारी नुमाइंदा भी उनके हान नहीं पहुंचा!

बाइट_शोभालाल साहू

एक और किसान लखन लाल प्रजापति बताते हैं कि उन्होंने भी अपनी कई एकड़ की फसल में सोयाबीन एवं उड़द बोला था फसल का नुकसान हुआ है उनके पिता एवं कई अन्य किसान पटवारी के पास गए थे लेकिन किसी भी प्रकार का सर्वे नहीं किया गया!

बाइट_लखन लाल प्रजापति

वही छतरपुर जिले के एडीएम प्रेम सिंह चौहान लगातार इस बात को कह रहे हैं कि उन्होंने पटवारी एवं आर आई को भेजकर सर्वे करा लिया है और जल्द ही जो अतिवृष्टि में नुकसान हुआ है उसका मुआवजा किसानों को दे दिया जाएगा!

बाइट_एडीएम प्रेम सिंह चौहान

पूरे मामले में जब हमने सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह से बात की तो उनका कहना था कि किसानों का 200000 तक का कर्ज माफ करने की घोषणा हमने की थी सरकार में आने से पहले यह हमारे वचन पत्र में भी था और हम लोग इस पर लगातार काम भी कर रहे हैं 42 लाख किसानों में से साडे 20 लाख किसानों का कर्ज माफ होना बाकी है बाकी की किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया है गेहूं खरीदी में जो मुआवजा देने की अन्य बात की थी उसके लिए भी साढे 15 सौ करोड़ रुपए की व्यवस्था कर दी गई है जल्द ही किसानों के खातों में यह पैसा पहुंचा दिया जाएगा!

अतिवृष्टि के चलते भी कुछ किसानों को नुकसान हुआ है उसके लिए भी सर्वे करा दिया गया है जल्द ही उसका पैसा दी किसानों को मिल जाएगा जिससे उन्हें काफी राहत होगी!


Conclusion:मध्य प्रदेश शासन के मंत्री से लेकर अधिकारी लगातार इस बात को कह रहे हैं कि अतिवृष्टि में जो किसानों को नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा लिया गया है और जल्द ही उन्हें उसकी मुआवजे की राशि दे दी जाएगी तो वही बुंदेलखंड के किसान लगातार इस बात को कह रहे हैं कि फसल नुकसान के बाद से सरकार का कोई भी नुमाइंदा उनके यहां फसल नुकसान का सर्वे करने नहीं आया है!
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.