छतरपुर। जिले के बसारी बमीठा में बनने वाली नेशनल हाईवे रोड पर आ रहे किसानों की खेती की जमीन को लेकर किसान में आक्रोश है. किसानों का आरोप है कि नेशनल हाईवे निर्माण में जो मुआवजा उन्हें दिया जा रहा है वह बेहद कम है साथ ही त्रुटिपूर्ण भी है. किसानों का कहना है अगर प्रशासन इस मामले को जल्द नहीं सुलझता है तो जल्द ही उग्र आंदोलन करेंगे.
जिले के कलेक्ट्रेट में कुछ किसान नेताओं के साथ बमीठा के किसानों ने एक आवेदन देते हुए जमकर नारेबाजी की. किसानों का आरोप है कि एनएच निर्माण में किसानों के जो खेत आ रहे हैं. उनके मुआवजे में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं. मुआवजा देने वाली कंपनी किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मुआवजा राशि का वितरण कर रही है. जिसको लेकर किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में आकर एक आवेदन दिया साथ ही मुआवजा राशि बांटने के लिए एक कमेटी बनाने की मांग भी की है.
इस मौके पर छतरपुर जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष घासीराम पटेल एवं किसान मोर्चा की जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह टुरिया मौजूद थे. घासीराम पटेल ने कहा कि अगर जल्द ही किसानों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं सत्ता पक्ष की होगी. किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह का कहना है कि इसी प्रकार के रवैया से ही किसान नक्सलवादी बनता है. इन्हीं दमनकारी नीतियों के चलते भविष्य में लोग अलगाववादी बन जाते हैं. अगर स्थानीय प्रशासन एवं आला अधिकारी इस मामले को जल्द से जल्द नहीं निपटता है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.