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खेत की जगह नेशनल हाईवे को लेकर आक्रोशित किसान, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी - छतरपुर न्यूज

छतरपुर जिले के बसारी बमीठा में बनने वाली नेशनल हाईवे पर आ रहे किसानों की खेती की जमीन को लेकर किसान में आक्रोश है. जिसे लेकर किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में आकर एक आवेदन दिया साथ ही मुआवजा राशि बांटने के लिए एक कमेटी बनाने की मांग भी की है.

किसानों ने किया प्रदर्शन
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Published : Nov 19, 2019, 4:24 AM IST

Updated : Nov 19, 2019, 5:19 AM IST

छतरपुर। जिले के बसारी बमीठा में बनने वाली नेशनल हाईवे रोड पर आ रहे किसानों की खेती की जमीन को लेकर किसान में आक्रोश है. किसानों का आरोप है कि नेशनल हाईवे निर्माण में जो मुआवजा उन्हें दिया जा रहा है वह बेहद कम है साथ ही त्रुटिपूर्ण भी है. किसानों का कहना है अगर प्रशासन इस मामले को जल्द नहीं सुलझता है तो जल्द ही उग्र आंदोलन करेंगे.

खेत की जगह नेशनल हाईवे को लेकर आक्रोशित किसान

जिले के कलेक्ट्रेट में कुछ किसान नेताओं के साथ बमीठा के किसानों ने एक आवेदन देते हुए जमकर नारेबाजी की. किसानों का आरोप है कि एनएच निर्माण में किसानों के जो खेत आ रहे हैं. उनके मुआवजे में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं. मुआवजा देने वाली कंपनी किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मुआवजा राशि का वितरण कर रही है. जिसको लेकर किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में आकर एक आवेदन दिया साथ ही मुआवजा राशि बांटने के लिए एक कमेटी बनाने की मांग भी की है.

इस मौके पर छतरपुर जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष घासीराम पटेल एवं किसान मोर्चा की जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह टुरिया मौजूद थे. घासीराम पटेल ने कहा कि अगर जल्द ही किसानों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं सत्ता पक्ष की होगी. किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह का कहना है कि इसी प्रकार के रवैया से ही किसान नक्सलवादी बनता है. इन्हीं दमनकारी नीतियों के चलते भविष्य में लोग अलगाववादी बन जाते हैं. अगर स्थानीय प्रशासन एवं आला अधिकारी इस मामले को जल्द से जल्द नहीं निपटता है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.

छतरपुर। जिले के बसारी बमीठा में बनने वाली नेशनल हाईवे रोड पर आ रहे किसानों की खेती की जमीन को लेकर किसान में आक्रोश है. किसानों का आरोप है कि नेशनल हाईवे निर्माण में जो मुआवजा उन्हें दिया जा रहा है वह बेहद कम है साथ ही त्रुटिपूर्ण भी है. किसानों का कहना है अगर प्रशासन इस मामले को जल्द नहीं सुलझता है तो जल्द ही उग्र आंदोलन करेंगे.

खेत की जगह नेशनल हाईवे को लेकर आक्रोशित किसान

जिले के कलेक्ट्रेट में कुछ किसान नेताओं के साथ बमीठा के किसानों ने एक आवेदन देते हुए जमकर नारेबाजी की. किसानों का आरोप है कि एनएच निर्माण में किसानों के जो खेत आ रहे हैं. उनके मुआवजे में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं. मुआवजा देने वाली कंपनी किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मुआवजा राशि का वितरण कर रही है. जिसको लेकर किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में आकर एक आवेदन दिया साथ ही मुआवजा राशि बांटने के लिए एक कमेटी बनाने की मांग भी की है.

इस मौके पर छतरपुर जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष घासीराम पटेल एवं किसान मोर्चा की जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह टुरिया मौजूद थे. घासीराम पटेल ने कहा कि अगर जल्द ही किसानों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं सत्ता पक्ष की होगी. किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह का कहना है कि इसी प्रकार के रवैया से ही किसान नक्सलवादी बनता है. इन्हीं दमनकारी नीतियों के चलते भविष्य में लोग अलगाववादी बन जाते हैं. अगर स्थानीय प्रशासन एवं आला अधिकारी इस मामले को जल्द से जल्द नहीं निपटता है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.

Intro:छतरपुर जिले के बसारी बमीठा में बनने वाली नेशनल हाईवे रोड पर आ रहे किसानों की खेती की जमीन को लेकर किसान आंदोलित हैं किसानों का आरोप है कि नेशनल हाईवे निर्माण में जो मुआवजा होने दिया जा रहा है वह बेहद कम है साथ ही त्रुटिपूर्ण भी है किसानों का आरोप है कि एनएच के निर्माण में जो मुआवजा रोड निर्माण कंपनी बांट रही है भेदभाव पूर्ण है किसी को कम जमीन के लिए करोड़ों रुपए तो किसी को अधिक जमीन के लिए कौड़ियों के दाम दिए जा रहे हैं!


Body:छतरपुर जिले के कलेक्ट्रेट में कुछ किसान नेताओं के साथ बमीठा एवं गंज के किसानों ने एक आवेदन देते हुए जमकर नारेबाजी की किसानों का आरोप है कि एनएच निर्माण में किसानों की जो खेत आ रहे हैं उनके मुआवजे में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं मुआवजा देने वाली कंपनी किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मौजा राशि का वितरण कर रही है जिसको लेकर किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में आकर एक आवेदन दिया एवं मुआवजा राशि वितरण करने के लिए एक कमेटी बनाने की मांग की!

किसानों की हक की बात करने के लिए छतरपुर जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष घासीराम पटेल एवं किसान मोर्चा की जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह टुरिया मौजूद थे इन दोनों नेताओं ने जमकर प्रशासनिक अधिकारियों एवं विपक्ष पर आरोप लगाए घासीराम पटेल ने कहा कि अगर जल्द ही किसानों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं सत्ता पक्ष की होगी वही किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह का कहना है कि इसी प्रकार के रवैया से ही किसान नक्सलवादी बनता है इन्हीं दमनकारी नीतियों के चलते भविष्य में लोग अलगाववादी बन जाते हैं अगर स्थानीय प्रशासन एवं आला अधिकारी इस मामले को जल्द से जल्द नहीं आता है तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा जो निश्चित तौर पर उग्र होगा और उसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन एवं सत्तापक्ष की होगी!

बाइट_डा घासीराम पटेल पूर्व जिला अध्यक्ष बीजेपी
बाइट_गोविंद सिंह टुरिया जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा


Conclusion:आंदोलनकारी किसान अपने साथ कुछ दस्तावेज भी लाए थे जिनमें यह साफ तौर पर दिखाई दे रहा था कि किस तरह से मुआवजे बंटवारे में भरा सारी मची हुई है समान जमीन के नेशनल हाईवे निर्माण की चपेट में आने पर एक जमीन के मालिक को लगभग 1 करोड रुपए और दूसरे जमीन के मालिक को लगभग ₹50000 ही दिए गए हैं यह तमाम अनियमितताएं दर्शाती हैं कि कहीं ना कहीं एनएच निर्माण में जिन किसानों की जमीन आई हैं उनके साथ भेदभाव हो रहा है!
Last Updated : Nov 19, 2019, 5:19 AM IST
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