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ETV भारत से अभिनेता संजय मिश्रा की खास बातचीत, बोले- मैं पैदा ही कलाकार हुआ था - खजुराहो

खजुराहो फिल्म समारोह में पहुंचे फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने अपने करियर के अनुभव बताए. संजय मिश्रा ने कहा कि असली कलाकार वही होता है जो अपनी भूमिका सही तरीके से निभाता है.

sanjay mishra, actor
संजय मिश्रा, फिल्म अभिनेता
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Published : Dec 21, 2019, 3:51 PM IST

छतरपुर। खजुराहो में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इन दिनों फिल्मी सितारों का जमावड़ा लगा हुआ है. समारोह में शिरकत करने पहुंचे मशूहर अभिनेता संजय मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि यह आयोजन छोटे कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगा. जिससे उन्हें भी एक नई पहचान मिलेगी.

ETV BHARAT से अभिनेता संजय मिश्रा की खास बातचीत


संजय मिश्रा से जब पूछा गया कि आपने अपने करियर की शुरुआत कब की थी. तो अपने कॉमेडियन अंदाज में उन्होंने कहा कि कहां से बताए वो तो अभी करियर शुरु ही कर रहे हैं. संजय मिश्रा ने कहा कि वह तो पैदा ही कलाकार के रुप में हुए थे. मुझे कलाकारी ही करनी थी मैं जैसे बड़ा होता गया लगा कि एक्टिंग कर सकता हूं. बस फिर क्या था सफर शुरु हो गया और मायानगरी में जो भी काम मिला उसे करता रहा.


अभिताभ बच्चन के साथ काम करते वक्त डरा हुआ था
संजय मिश्रा ने बताया कि उन्हें जब वह पहली बार अभिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला तो वो बहुत डरे हुए थे. क्योंकि अब तक हमने उन्हें सामने से नहीं देखा था लेकिन उनके साथ काम करना था. जब भी उनके साथ मौका मिला तो देखा कि वह इंसान को सही मायने में समझते हैं और उन्ही के साथ काम करने के चलते आंखों देखी उस मूवी ने मुझे हास्य कलाकार से कलाकार बना दिया.


खुद के गमों को भुलाकर दूसरों का हंसाना आसान नहीं होता
संजय मिश्रा ने कहा कि खुद के गमों को भूलकर और अपने अंदर के दर्द को छुपाने के बाद सामने वाले को हंसाना कोई आसान काम नहीं होता. कला के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में से हास्य विधा अपने आप में एक जटिल काम है. क्योंकि कलाकार वहीं होता है जो अपनी भूमिका को सही तरीके से निभाए.

छतरपुर। खजुराहो में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इन दिनों फिल्मी सितारों का जमावड़ा लगा हुआ है. समारोह में शिरकत करने पहुंचे मशूहर अभिनेता संजय मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि यह आयोजन छोटे कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगा. जिससे उन्हें भी एक नई पहचान मिलेगी.

ETV BHARAT से अभिनेता संजय मिश्रा की खास बातचीत


संजय मिश्रा से जब पूछा गया कि आपने अपने करियर की शुरुआत कब की थी. तो अपने कॉमेडियन अंदाज में उन्होंने कहा कि कहां से बताए वो तो अभी करियर शुरु ही कर रहे हैं. संजय मिश्रा ने कहा कि वह तो पैदा ही कलाकार के रुप में हुए थे. मुझे कलाकारी ही करनी थी मैं जैसे बड़ा होता गया लगा कि एक्टिंग कर सकता हूं. बस फिर क्या था सफर शुरु हो गया और मायानगरी में जो भी काम मिला उसे करता रहा.


अभिताभ बच्चन के साथ काम करते वक्त डरा हुआ था
संजय मिश्रा ने बताया कि उन्हें जब वह पहली बार अभिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला तो वो बहुत डरे हुए थे. क्योंकि अब तक हमने उन्हें सामने से नहीं देखा था लेकिन उनके साथ काम करना था. जब भी उनके साथ मौका मिला तो देखा कि वह इंसान को सही मायने में समझते हैं और उन्ही के साथ काम करने के चलते आंखों देखी उस मूवी ने मुझे हास्य कलाकार से कलाकार बना दिया.


खुद के गमों को भुलाकर दूसरों का हंसाना आसान नहीं होता
संजय मिश्रा ने कहा कि खुद के गमों को भूलकर और अपने अंदर के दर्द को छुपाने के बाद सामने वाले को हंसाना कोई आसान काम नहीं होता. कला के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में से हास्य विधा अपने आप में एक जटिल काम है. क्योंकि कलाकार वहीं होता है जो अपनी भूमिका को सही तरीके से निभाए.

Intro: हंसाना कोई आसान काम नहीं अन्य विधाओं से यह विधा जटिल है- हास्य अभिनेता संजय मिश्रा....

खुद के गमों को भूलकर एवं अपने अंदर के दर्द को छुपाने के बाद सामने वाले को हंसाना कोई आसान विधा नहीं होती कला के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में से हास्य विधा अपने आप में एक जटिल विधा है, उक्त बातें आज खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में पधारे बॉलीवुड के जाने-माने हास्य अभिनेता श्री संजय मिश्रा ने कहीBody: हंसाना कोई आसान काम नहीं अन्य विधाओं से यह विधा जटिल है- हास्य अभिनेता संजय मिश्रा....
जब संजय मिश्रा जी से पूछा गया आप का फिल्मी सफर कहां से शुरू हुआ तो उन्होंने कहा कि कहां से बताएं अभी भी शुरू बात कर रहे हैं में पैदा ही कलाकार हुआ मुझे कलाकारी ही करनी थी मैं जैसे बड़ा होता गया मुझे लगता गया कि मैं एक्टिंग कर सकता हूं मुझे सिनेमा अच्छा लगता था उसमें चाहे जैसा भी काम मिले और साथ ही जब उनसे पूछा की मशहूर अभिनेता श्री अमिताभ बच्चन के साथ पहली बार जब काम किया तो कैसा लगा तो उन्होंने कहा मैं काफी डरा हुआ था अब तक हमने उन्हें सामने से नहीं देखा था लेकिन अब देखना नहीं था उनके साथ काम करना था जब भी उनके साथ मौका मिला तो देखा कि वह इंसान को सही मायने में समझते हैंऔर साथ ही कहा कि जो हमारी मूवी आई थी आंखों देखी उस मूवी ने मुझे हास्य कलाकार से कलाकार बना दिया

खुद के गमों को भूलकर एवं अपने अंदर के दर्द को छुपाने के बाद सामने वाले को हंसाना कोई आसान विधा नहीं होती कला के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में से हास्य विधा अपने आप में एक जटिल विधा है, उक्त बातें आज खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में पधारे बॉलीवुड के जाने-माने हास्य अभिनेता श्री संजय मिश्रा ने कही
श्री संजय मिश्रा जो कि टीवी सीरियल ऑफिस -ऑफिस सहित कई सीरियलों में अपनी हास्य भूमिका प्रदान करने के अलावा 'बंटी और बबली ' मैं अपनी हास्य भूमिका से प्रसिद्ध होने के बाद इन्होंने कई फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी से लोगों को लुभाया, लेकिन आप का मानना है कि कलाकार -कलाकार होता है, वह किसी भी भूमिका को सही तरीके से निर्वाहन कर सकता है ,एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि मैं हास्य कलाकार हूं तो सिर्फ हास्य भूमिकाएं ही पर्दे पर करूं ,आपने कहा कि हमने कई और ऐसी फिल्में भी की हैं जिनमें हमारी भूमिका दूसरी थी, अतः जब मुझे कोई हास्य कलाकार कहता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता मैं तो एक कलाकार हूं ना कि सिर्फ हास्य कलाकार, अतः जब कोई मुझे हास्य कलाकार कहकर बुलाता है तो मुझे गुस्सा आती है ।Conclusion:एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि मैं हास्य कलाकार हूं तो सिर्फ हास्य भूमिकाएं ही पर्दे पर करूं ,आपने कहा कि हमने कई और ऐसी फिल्में भी की हैं जिनमें हमारी भूमिका दूसरी थी, अतः जब मुझे कोई हास्य कलाकार कहता है तो मुझे अच्छा नहीं लगता मैं तो एक कलाकार हूं ना कि सिर्फ हास्य कलाकार, अतः जब कोई मुझे हास्य कलाकार कहकर बुलाता है तो मुझे गुस्सा आती है ।
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