छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा विकासखंड में स्वच्छ भारत अभियान मजाक बन कर रह गया है. स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए भले ही सरकार लाखों रुपए खर्च कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. नगर परिषद की लापरवाही और सुस्त रवैये की वजह से लाखों रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं, तो वहीं स्वच्छता अभियान कागजों पर चलाकर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले रहे हैं.
परिषद कार्यालय में बना सार्वजनिक शौचालय स्वच्छ भारत मिशन की हकीकत वयां कर रहा है, यहां हमेसा गंदगी का अम्बार लगा रहता है. आवारा जानवर अपना डेरा जमाए रहते हैं. जब नगर परिषद अपना कार्यालय ही साफ नहीं रख पा रहा है, तो शहर को कैसे स्वच्छ रखेगा ?
नगर परिषद घुवारा के सीएमओ मिथलेश गिरी गोस्वामी से जब इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने समस्याओं के जल्द समाधान की बात कही, साथ ही उन्होंने कहा कि अभी उन्हें पदभार ग्रहण किए ज्यादा दिन नहीं हुए हैं.