छतरपुर। जवाहर लाल यूनिवर्सिटी हिंसा माममे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले में जल्द ही गृहमंत्री अमित शाह को उन लोगों को चिन्हित करना चाहिए, जिन्होंने हॉस्टल में घुसकर छात्राओं के साथ मारपीट की है. घटना की निंदा करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश इस तरह की घटनाओं को सहन नहीं करेगा.
हरपालपुर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि जल्द ही केंद्र सरकार दोषियों को गिरफ्तार करे. उन्होंने कहा कि जिस तरह जेएनयू में राजनीति हो रही है वो निश्चित तौर पर निंदनीय है. जिस यूनिवर्सिटी में नेपाल और लीबिया के प्रधानमंत्री के अलावा मौजूदा सरकार में वित्त मंत्री सीतारमण जैसे लोग पढ़ कर निकले हों ऐसी यूनिवर्सिटी में इस प्रकार की घटनाएं निश्चित ही निंदनीय हैं.
हिंसा की बजाय अपनाएं अहिंसा का रास्ता
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये एक विचारधारा की लड़ाई है और हमें विचारधारा से लड़ते हुए इन तमाम चीजों को जवाब देना है. देश में एकता बनाए रखना है. महात्मा गांधी के आदर्शों एवं विचारों पर चलना है. देश किसी एक जाति एवं धर्म का नहीं है. देश में रहने वाले सभी लोग भाईचारे के साथ मिलजुल कर रहें. इसी में देश की भलाई है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमें हिंसा की बजाय अहिंसा का रास्ता अपनाना पडे़गा.
ये है मामला
रविवार की शाम जेएनयू परिसर में नकाबपोश बदमाश घुस गए थे. वे हाथ में डंडे और लोहे की रॉड लिए हुए थे. उन्होंने छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई से जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित दो पदाधिकारी घायल हो गए. नकाबपोशों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई हैं.