छतरपुर। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को जागरूक करने और मतदान प्रतिशत बढ़ाने निर्वाचन आयोग रोज नए प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक रैली निकाली गई, जहां नगर पालिका खजुराहो में काम करने वाली महिलाएं भी शामिल हुईं, लेकिन यह रैली विवादों में आ गई, क्योंकि उन्हें यह मालूम नहीं था कि उन्हें इस रैली में क्यों बुलाया गया है.
महिलाओं का कहना था कि वे सभी नगर परिषद में काम करती हैं. उन्हें किसी अधिकारी ने बुलाया था, इसलिए सभी महिलाएं यहां चली आईं, तो वहीं कुछ पुरुष कर्मचारियों का भी इसी तरह का कहना था. ज्यादातर लोग यह जानते भी नहीं थे कि जिस रैली में उन्हें बुलाया गया है, वह क्यों और किसलिए निकाली जा रही है.
नगर परिषद सीएमओ जावेद खान से मामले की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने इस बात को मानने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि माइक और लाउड स्पीकर से लगातार नारे लगाए गए, इसके बावजूद उन्हें समझ नहीं आया कि उन्हें क्यों बुलाया गया है. वहीं इस संबंध में राजनगर जनपद की सीईओ से बात करनी चाहिए, तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया.
बता दें कि 6 मई को खजुराहो लोकसभा सीट पर मतदान होना है. इसके लिए यह जागरूकता रैली निकाली गई थी.