छतरपुर। जन सुनवाई में शिकायत करने पहुंचे किसान को कलेक्टर ने मानसिक रुप से बीमार बताते हुए पागलखाने भेजने का फरमान सुना दिया. जिस पर विवाद शुरु हो गया है. टूट गांव निवासी किसान शंकर पटेल अपनी जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहे थे. शंकर का कहना है कि उनकी जमीन पर जबरन कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है, जिसकी शिकायत वह कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से कर चुके हैं. इसी मामले की शिकायत करने जन सुनावाई में पहुंचे थे, इस दौरान जो हुआ, वह बेहद अजीबो-गरीब था.
जनसुनवाई के दौरान आवेदन देते हुए किसान शंकर पटेल ने परिवार सहित आत्मदाह करने की इजाजत कलेक्टर से मांगी, जिस पर कलेक्टर मोहित बुंदस भड़क गए और उसे पागलखाने भेजने की बात कह डाली. कलेक्टर के आदेश के बाद छतरपुर एसडीएम और पुलिस किसान को लेकर जिला अस्पताल पहुंची. जहां उसका परीक्षण कराया गया.
किसान शंकर पटेल की पत्नी का कहना है कि उसके पति स्वस्थ हैं, उनकी जमीन पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर रखा है. जिसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से कर चुके थे, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उनके पति ने आत्मदाह की इजाजत मांगी थी. कुछ दिनों पहले एसपी कार्यालय के सामने ही एक युवक ने आत्मदाह कर अपनी जान दे दी थी.