छतरपुर। जिले के हरपालपुर में शनिवार को कक्षा 5वीं और 8वीं की गणित की परीक्षा में अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है. यहां परीक्षा केंद्रों पर आए बंडल में कम पेपर निकलने से समस्या खड़ी हो गई. आनन-फानन में अधिकारियों को अवगत कराया गया. इस दौरान पेपर नौगांव बीआरसी कार्यालय से मंगवाए गए और दो-ढाई घंटे की देरी से छात्रों ने एग्जाम देना शुरू किया.
बंडल में कम निकले पेपर: कक्षा 5वीं के छात्रों का शनिवार के दिन अंतिम पेपर था. 8 वीं कक्षा के छात्रों का सेंकड लास्ट पेपर था. कक्षा 5वीं और कक्षा 8वीं की बोर्ड परीक्षा दोपहर 2 से 4.30 बजे के बीच होनी थी. छात्र समय से परीक्षा हॉल पर पहुंच गए, लेकिन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र वाले बंडल में पेपर कम निकले. इसके बाद अधिकारियों ने पेपर की फोटो कॉपी कराकर सेंटरों पर भिजवाई.
इन सेंटरों पर कम थे प्रश्नपत्र: हरपालपुर के नगर शासकीय बालक हायर सेकंडरी, प्राथमिक शाला केंद्र 3 और कन्या हायर सेकंडरी में लापरवाही सामने आई. कुछ देर बाद पता लगा कि, हरपालपुर परीक्षा केंद्र के साथ कराठा और इमलिया हाई स्कूल सेंटरों में भी यही स्थिति थी. बालक हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा 5 वीं, 8 वीं के कुल 497 छात्र थे. 8 वीं कक्षा में 301 और 5 वीं कक्षा में 196 छात्र परीक्षा देने पहुंचे थे. यहां बंडल में 120 पेपर कम निकले. यही हाल कन्या हायर सेकंडरी स्कूल का था. यहां 5 वीं 8 वीं कक्षा में कुल 507 छात्र परीक्षा देने पहुंचे थे. 8 वीं कक्षा के 48 पेपर और 27 हिंदी मीडियम के पेपर कम निकले. ये बंडल परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले खोला गया था.
मामले को लेकर छतरपुर के डीपीसी आरपी लखरे ने कहा कि "मुझे इसकी जानकारी नहीं है". परीक्षा केंद्र के प्रभारियों का कहना कि "परीक्षा के लिए प्रेस से पेपर आते हैं. यह गलती वहीं से हुई है. हम लोगों ने तुरंत इसकी सूचना डीपीसी, बीआरसी को भेज दी थी. उन्हीं के निर्देश पर परीक्षा रोक दी थी. जब पेपर पूरे आ गए तब परीक्षा शुरू हुई."
पेपर का बढ़ाया समय: नौगांव ब्लाक के बीआरसी अनुराग खरे ने बताया कि "दोपहर 2 बजे मुझे सूचना मिली थी कि हरपालपुर के परीक्षा केंद्रों में गणित के पेपर कम संख्या में निकले हैं. मौके पर अपने साथियों के साथ पहुंचा. जहां-जहां समस्या आई वहां पेपर पहुंचा दिए गए. इस मिस्टेक में जितना छात्र-छात्राओं का समय खराब हुआ, उतना समय बढ़ा दिया गया था."