छतरपुर। जिले में 2013 से थर्मल पावर प्लांट लगाने की कवायद पर्यावरण मंजूरी न मिलने पर 2017 में सोलर पावर प्लांट लगाने की ओर मुड़ गई. लेकिन सोलर प्लांट लगाने के मार्च 2023 के लक्ष्य के मुताबिक काम नहीं चला. वन विभाग की अनुमतियों के कारण योजना की शुरुआत में देर हो गई, लेकिन अब नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय ने बरेठी में 630 मेगावाट के सोलर पार्क को मंजूरी दे दी है. वहीं वन विभाग की औपचारिकताएं पूरी हो गई है, जिससे अब सोलर पार्क निर्माण जल्द ही शुरु होगा. केन्द्रीय विद्युत एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री आर.के सिंह ने समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री और टीकमगढ़ सांसद को पत्र के जरिए सौर पार्क की मंजूरी और जल्द काम शुरु होने की जानकारी दी है.
जमीन का उपयोग बदलने की मिल चुकी है मंजूरी: जिले में सोलर पावर परियोजना के तहत 2 सोलर पावर प्लांट लगाए जाना है. ताप विद्युत परियोजना के लिए बरेठी में अधिग्रहीत जमीन पर 630 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा, वहीं बिजावर के पास पुरवा में 950 मेगावाट की यूनिट लगाई जाएगी. राज्य सरकार ने बरेठी की अधिग्रहित जमीन का उपयोग बदलने की अनुमति दे दी है. वहीं बिजावर में 950 मेगावाट की दूसरी यूनिट के लिए जमीन आवंटित की गई है.
ठंडे बस्ते में थर्मल पावर प्लांट लगाने की कवायद: छतरपुर मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गांव बरेठी में 28 हजार करोड़ की लागत से 2013 में प्रस्तावित एनटीपीसी के थर्मल पावर प्लांट के लिए 2839 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था. लेकिन पर्यावरण मंजूरी न मिलने के कारण कोयले से बिजली बनाने के इस पावर प्लांट का वर्ष 2017 से अधूरे में लटका दिया गया था. साल 2013 में 28 हजार करोड़ की लागत से थर्मल पावर प्लांट लगाने की कवायद ठंडे बस्ते में जाने के बाद साल 2017 में सोलर प्लांट लगाए जाने का निर्णय लिया गया.