छतरपुर। जिले में जन सुनवाई के दौरान बेपरवाही का आलम देखने को मिला है. जनसुनवाई के दौरान जहां जिले के कलेक्टर आम जनता की समस्याएं सुन रहे थे, तो वहीं उनके साथ मौजूद अधिकारी मोबाइल पर व्हाट्सएप और क्रिकेट मैच की अपडेट्स जानने में व्यस्त थे.
समस्याओं पर आश्वासन का हवाला
छतरपुर जिले के दूरस्थ गांव से आने वाली आम जनता अपनी समस्याओं के निराकरण की चाह में छतरपुर आते हैं और उन्हें बार-बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. अधिकारी आधे से ज्यादा समय तो वे मोबाइल में व्यस्त रहते हैं. जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों का इस प्रकार का रवैया कई सवाल खड़े करता है. बल्कि जनसुनवाई में समस्याओं का समाधान कैसे होता है उस पर भी एक सवाल खड़ा होता है.
बहुत मामुली बात है
इस मामले में जब हमने कलेक्टर मोहित बुंदस से बात की तो उन्होंने इसे बेहद छोटा मामला बताते हुए टाल दिया. कलेक्टर बुंदस का कहना था कि ऐसा नहीं है कि अधिकारी अपने काम पर ध्यान नहीं देते, हां वह अलग बात है कि कुछ समय के लिये शायद वह अपना मोबाइल देख लेते होंगे.
जिला कलेक्टर मोहित बुंदस भले ही इस मामले को छोटा बता रहे हों, लेकिन जनसुनवाई जैसे बड़े कार्यक्रम में अधिकारियों की मोबाइल पर व्यस्तता यह दर्शाती है कि अधिकारी अपने काम के प्रति कितनी लापरवाह है.