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संत रविदास मंदिर को तोड़ने का विरोध, बीजेपी नेता ने की कड़ी निंदा

दिल्ली में संत रविदास मंदिर के तोड़े जाने का बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दिलीप अहिरवार ने कड़ी निंदा की है.

संत रविदास मंदिर के तोड़े जाने पर बोले बीजेपी नेता
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Published : Aug 20, 2019, 10:40 AM IST

छतरपुर। दिल्ली में संत रविदास के 600 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने पर बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दिलीप अहिरवार ने दिल्ली प्राधिकरण की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन दिल्ली प्राधिकरण बोर्ड ने जल्दबाजी में मंदिर को तोड़कर जमीन अपने कब्जे में कर लिया है, जिसकी वे कड़ी निंदा करते हैं. इसके संबंध में उन्होंने राष्ट्रपति के नाम जिले के कलेक्टर को आवेदन देने की बात कही है.

संत रविदास मंदिर के तोड़े जाने पर बोले बीजेपी नेता

दिल्ली में संत रविदास के मंदिर तोड़े जाने के बाद उनके अनुयायियों में बेहद आक्रोश है. इसी क्रम में छतरपुर में रहने वाले बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दिलीप अहिरवार ने भी संत रविदास के मंदिर तोड़े जाने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. मंत्री दिलीप अहिरवार का कहना है कि मंदिर तोड़ने से पहले समाज के लोगों को सूचित करना चाहिए था और उन्हें कुछ समय भी देना चाहिए था.

दिलीप अहिरवार का कहना है कि संत रविदास के करोड़ों समर्थक पूरे भारत में मौजूद हैं. मंदिर तोड़े जाने से सभी को ठेस पहुंची है और हम सभी मिलकर देश के राष्ट्रपति के नाम पुनर्विचार का आवेदन देंगे. इस देश में राष्ट्रपति ही एकमात्र ऐसे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी बदल सकते हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत डीडीए ने तुगलकाबाद स्थित रविदास मंदिर को ढहा दिया था. इसके बाद से ही ये मुद्दा राजनीतिक रंग ले चुका है.

छतरपुर। दिल्ली में संत रविदास के 600 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने पर बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दिलीप अहिरवार ने दिल्ली प्राधिकरण की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन दिल्ली प्राधिकरण बोर्ड ने जल्दबाजी में मंदिर को तोड़कर जमीन अपने कब्जे में कर लिया है, जिसकी वे कड़ी निंदा करते हैं. इसके संबंध में उन्होंने राष्ट्रपति के नाम जिले के कलेक्टर को आवेदन देने की बात कही है.

संत रविदास मंदिर के तोड़े जाने पर बोले बीजेपी नेता

दिल्ली में संत रविदास के मंदिर तोड़े जाने के बाद उनके अनुयायियों में बेहद आक्रोश है. इसी क्रम में छतरपुर में रहने वाले बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दिलीप अहिरवार ने भी संत रविदास के मंदिर तोड़े जाने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. मंत्री दिलीप अहिरवार का कहना है कि मंदिर तोड़ने से पहले समाज के लोगों को सूचित करना चाहिए था और उन्हें कुछ समय भी देना चाहिए था.

दिलीप अहिरवार का कहना है कि संत रविदास के करोड़ों समर्थक पूरे भारत में मौजूद हैं. मंदिर तोड़े जाने से सभी को ठेस पहुंची है और हम सभी मिलकर देश के राष्ट्रपति के नाम पुनर्विचार का आवेदन देंगे. इस देश में राष्ट्रपति ही एकमात्र ऐसे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी बदल सकते हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत डीडीए ने तुगलकाबाद स्थित रविदास मंदिर को ढहा दिया था. इसके बाद से ही ये मुद्दा राजनीतिक रंग ले चुका है.

Intro: दिल्ली में संत रविदास के 600 वर्ष पुराने मंदिर के तोड़े जाने पर ईटीवी भारत पर बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री दिलीप अहिरवार ईटीवी भारत के माध्यम से दिल्ली प्राधिकरण की कड़ी निंदा की है उन्होंने कहा कि जो आदेश सुप्रीम कोर्ट ने निकाला है मैं उसका सम्मान करता हूं लेकिन दिल्ली प्राधिकरण बोर्ड ने जल्दबाजी में मंदिर को तोड़ दिया जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं और इसीलिए कल महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिले के कलेक्टर को आवेदन दूँगा!


Body:दिल्ली में संत रविदास के मंदिर तोड़े जाने के बाद उनके अनुयायियों में बेहद आक्रोश है पूरे भारत में संत रविदास के लाखों की संख्या में समर्थक एवं अनुयाई मौजूद है और यह सभी लोग किसी ना किसी तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं!

इसी क्रम में छतरपुर जिले में रहने वाले दिलीप अहिरवार नेवी संत रविदास के मंदिर टुडे जाने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है आपको बता दें कि दिलीप अहिरवार बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हैं!

उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं लेकिन दिल्ली प्राधिकरण बोर्ड ने जिस जल्दबाजी में यह मंदिर तोड़ा है हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं दिलीप अहिरवार का कहना है कि मंदिर तोड़ने से पहले समाज के एवं अन्य मठाधीश ओं को सूचित करना चाहिए था और उन्हें कुछ समय भी देना चाहिए था!

दिलीप अहिरवार का कहना है कि संत रविदास के करोड़ों समर्थक पूरे भारत में मौजूद हैं मंदिर तोड़े जाने से सभी को ठेस पहुंची है और हम सभी मिलकर देश के राष्ट्रपति के नाम एक पुनर्विचार का आवेदन देंगे क्योंकि इस देश में राष्ट्रपति ही एकमात्र ऐसे हैं जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी बदल सकते हैं!

दिल्ली परिवार का कहना है कि उन्हें मालूम है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है जिसे बदलना लगभग असंभव है लेकिन देश के महामहिम चाहे तो संत रविदास के करोड़ों समर्थकों को एक बार फिर खुश होने का मौका दे सकते हैं!

बाइट_दिलीप अहिरवार(प्रदेश मंत्री बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा)


Conclusion:दिलीप अहिरवार जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बदलना लगभग असंभव होता है बावजूद उसके वह अपने समर्थकों के साथ छतरपुर जिले की कलेक्टर को महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देंगे इसमें पुनः विचार करने का निवेदन किया गया होगा!
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