छतरपुर। बड़ा मलहरा विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. बड़ा मलहरा विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह लोधी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने कांग्रेस एवं राम सिया भारती पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्र पहनने से कोई साध्वी नहीं हो जाता है. उन्होंने कहा कि बड़ा मलहरा की जनता तय करेगी कि वो किसे चुनेगी. प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कहा कि कांग्रेस के कई सदस्य एवं नेता उनके संपर्क में हैं और आने वाले समय में वो बीजेपी में शामिल होंगे.
दल बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सिर्फ टिकाऊ और बिकाऊ जैसे शब्द ही बचे हैं. हकीकत तो ये है कि बड़ा मलहरा में उन्होंने आज तक किसी भी प्रकार की कोई आर्थिक अनियमितताएं नहीं की हैं. हमेशा बड़ा मलहरा को विकास की ओर ले जाने की कोशिश की है. यही वजह रही कि उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल भ्रष्टाचार का एक गढ़ बनकर रह गया था, लेकिन वो अपनी विधानसभा को विकसित करना चाह रहे थे, यही वजह थी कि उन्होंने बीजेपी में जाने की सोच ली. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा मलहरा को तमाम योजनाएं देने का वादा किया. साथ ही कई नई-नई योजनाएं यहां के विकास के लिए लाई भी जा रही हैं. प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान एक संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं, किसानों के प्रति उनका लगाव, दर्द एवं मर्म साफ दिखाई देता है. बड़ा मलहरा में किसानों के लिए पानी की एक बड़ी समस्या है, जिसे जल्द से जल्द हल कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बड़ा मलहरा विधानसभा सीट से वो केवल अकेले चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, उमा भारती भी इस सीट से विधायक प्रत्याशी ही हैं और अगर ये सीट में वो जीते तो लोगों को यहां से दो-दो विधायक मिलेंगे एक तो उमा भारती और दूसरा प्रद्युम्न सिंह लोधी.
उमा भारती से वर्तमान में कितना सहयोग एवं निर्देशन मिल रहा है, इस सवाल के जवाब में प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कहा कि उनका स्नेह हमेशा उनके साथ है. समय-समय पर निर्देश मिलते रहते हैं. फिलहाल वो कोरोना पॉजिटिव हैं, लेकिन उनको उम्मीद है कि जैसे ही वो ठीक होंगी, सबसे पहली आमसभा बड़ा मलहरा विधानसभा में होगी.
बड़ा मलहरा विधानसभा में अब टक्कर कांटे की है. एक ओर राम सिया भारती लगातार लोगों के बीच पहुंच रही हैं तो उन्हें भी कहीं ना कहीं अपनों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए प्रद्युम्न सिंह के सामने दोबारा बड़ा मलहरा सीट को जीतना एक बड़ी चुनौती है.